बागेश्वर(पौंसारी): आपदा के जख्म – 11 वर्षीय मासूम गिरीश का शव बरामद, गांव में पसरा मातम
बागेश्वर(पौंसारी): आपदा के जख्म – 11 वर्षीय मासूम गिरीश का शव बरामद, गांव में पसरा मातम
जनपद स्थित पौंसारी के खाइजर तोक में 28 अगस्त की रात को बादल फटने के कारण हुए भूस्खलन में दो परिवारों के पांच लोग मलबे में दब गए थे। तीन मृतकों के शव पहले ही बरामद किए गए थे। वहीं रविवार को कनलगढ़ नदी के किनारे स्थित ग्राम चचई के ओखल सेरा तोक से चौथे मृतक, 11 वर्षीय गिरीश जोशी पुत्र रमेश चंद्र जोशी का शव बरामद किया गया। अब तक पांच में से चार शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि एक की तलाश अभी भी जारी है।
अब तक चार शव बरामद, एक लापता
आपदा की रात मलबे में दबकर और तेज धारा में बहकर पांच लोग लापता हो गए थे। रेस्क्यू टीम ने पहले ही तीन लोगों के शव बरामद कर लिए थे। रविवार को गिरीश का शव मिलने के बाद अब तक कुल चार मृतकों की पुष्टि हो चुकी है। प्रशासन ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वहीं, अब भी एक व्यक्ति का पता नहीं चल पाया है। पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर यूनिट और राजस्व विभाग की टीमें लगातार सर्च अभियान में जुटी हैं।
गांव में मातम, हर आंख नम
गिरीश की मौत की खबर मिलते ही गांव में चीख-पुकार मच गई। मासूम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने एक होनहार बच्चा खो दिया, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। गिरीश गांव के स्कूल में पढ़ता था और पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी तेज-तर्रार था।
प्रशासन सतर्क, खोज अभियान जारी
जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि लापता अंतिम व्यक्ति की तलाश युद्धस्तर पर की जा रही है। टीमों को नदी के किनारों और भूस्खलन क्षेत्र में लगातार सर्च के निर्देश दिए गए हैं।
एसडीआरएफ के जवानों ने बताया कि बारिश और उफान के कारण सर्च अभियान चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, लेकिन राहत-बचाव कार्य किसी भी हाल में रोके नहीं जा रहे।

