उत्तराखंड/हल्द्वानी- करियर काउंसलिंग विद पार्थ: आपके भविष्य की सही दिशा

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करियर काउंसलिंग विद पार्थ: आपके भविष्य की सही दिशा

पार्थसारथी जोशी एक युवा और प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने 16 वर्ष की आयु तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा साइंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएँ हासिल की हैं। वे हल्द्वानी स्थित VijAi Robotics Private Limited के CEO हैं और इस कंपनी के नेतृत्व में Generative AI और Artificial General Intelligence (AGI) के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर योगदान दिया है।16 साल की उम्र तक, पार्थसारथी ने 40 से अधिक कैपस्टोन परियोजनाओं में योगदान दिया था, जिसमें AI और डेटा साइंस से संबंधित अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया। उनकी यात्रा बहुत कम उम्र में शुरू हुई और उन्होंने AI के व्यावहारिक अनुप्रयोगों में अपनी विशेषज्ञता साबित की।

पार्थसारथी का मिशन AI शिक्षा को व्यापक और सुलभ बनाना है, ताकि सभी उम्र के लोग इस तकनीक का लाभ उठा सकें। उनके नेतृत्व में VijAi Robotics ने छात्रों और पेशेवरों को AI और डेटा साइंस में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया है, जिससे वे इस तेजी से बढ़ते क्षेत्र में खुद को साबित कर सकें। यह लेख पार्थसारथी जोशी द्वारा लिखा गया है, जो VijAi Robotics Pvt Ltd के CEO हैं।
हमारे विशेषज्ञ पार्थसारथी जोशी इस समय डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस सीरीज में हर रविवार को एक नया विषय विस्तार से लिया जाएगा, जिसमें प्रत्येक क्षेत्र को बारीकी से समझाया जाएगा।

इस सीरीज का उद्देश्य आपको भविष्य के उभरते करियर विकल्पों के बारे में जागरूक करना और इन क्षेत्रों में गहराई से जानकारी प्रदान करना है। चाहे वह डेटा साइंस हो, साइबर सुरक्षा, डिजिटल मार्केटिंग, या रोबोटिक्स, हर क्षेत्र पर विस्तृत चर्चा होगी ताकि आप इन क्षेत्रों में सही दिशा में कदम उठा सकें।
आने वाले हर रविवार को हमारे साथ बने रहें, और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए इन उभरते क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करने के अवसरों का लाभ उठाएं।
भविष्य में करियर के क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं, और तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी, ऑटोमेशन, और डिजिटलाइजेशन के कारण नए और उभरते करियर विकल्प उभर रहे हैं। यहाँ कुछ प्रमुख करियर विकल्प दिए गए हैं जो आने वाले वर्षों में सबसे अधिक मांग में रहेंगे:

डेटा साइंस और AI का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, और आने वाले समय में इसकी मांग और भी बढ़ने की संभावना है। कंपनियाँ डेटा एनालिसिस और AI आधारित निर्णय लेने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत महसूस कर रही हैं। इसमें डेटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग इंजीनियर, और AI विशेषज्ञ प्रमुख भूमिकाएँ निभाते हैं।
2. साइबर सुरक्षा (Cyber Security)
डिजिटलाइजेशन के बढ़ते उपयोग के साथ, साइबर हमलों की संभावना भी बढ़ी है। इसलिए, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ये पेशेवर कंपनियों को साइबर हमलों से बचाने और डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।

3. डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)
डिजिटल मार्केटिंग एक उभरता हुआ क्षेत्र है, जिसमें सोशल मीडिया, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), और कंटेंट मार्केटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है। यह क्षेत्र व्यवसायों को ऑनलाइन अपनी उपस्थिति बढ़ाने में मदद करता है।
4. नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)
ग्लोबल वॉर्मिंग और ऊर्जा संकट के मद्देनजर, नवीकरणीय ऊर्जा जैसे सोलर, विंड, और बायोमास ऊर्जा में करियर के अवसर बढ़ रहे हैं। इस क्षेत्र में ऊर्जा इंजीनियर, सोलर टेक्निशियन, और पर्यावरण विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है।
5. जीनोमिक्स और बायोटेक्नोलॉजी (Genomics and Biotechnology)
बायोटेक्नोलॉजी और जीनोमिक्स का क्षेत्र तेजी से उभर रहा है, खासकर स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में। इसमें जीन एडिटिंग, जैविक अनुसंधान और नई दवाओं का विकास शामिल है।
6. रोबोटिक्स और ऑटोमेशन (Robotics and Automation)
उद्योगों में रोबोटिक्स और ऑटोमेशन का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, और एग्रीकल्चर जैसे क्षेत्रों में रोबोटिक्स इंजीनियर और ऑटोमेशन विशेषज्ञों की भारी मांग होगी।
7. एथिकल हैकिंग (Ethical Hacking)
एथिकल हैकर्स कंपनियों की सिस्टम्स को कमजोरियों के लिए टेस्ट करते हैं ताकि उन्हें साइबर हमलों से बचाया जा सके। यह क्षेत्र साइबर सुरक्षा के साथ जुड़ा हुआ है और इसके भविष्य में महत्वपूर्ण अवसर दिखाई दे रहे हैं।
8. स्पेस एक्सप्लोरेशन (Space Exploration)
अंतरिक्ष विज्ञान में नई तकनीकों और मिशनों के विकास के साथ, स्पेस एक्सप्लोरेशन के क्षेत्र में करियर के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। इसमें स्पेस इंजीनियरिंग, एस्ट्रोनॉटिक्स, और एस्ट्रोफिजिक्स प्रमुख क्षेत्र हैं।
9. हेल्थकेयर और टेलीमेडिसिन (Healthcare and Telemedicine)
डिजिटल हेल्थकेयर और टेलीमेडिसिन का क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है, खासकर COVID-19 महामारी के बाद। डॉक्टर, नर्स, हेल्थकेयर मैनेजर और टेलीमेडिसिन विशेषज्ञों की मांग बढ़ती जा रही है।
10. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology)
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी तक ही सीमित नहीं है। इसका उपयोग वित्त, स्वास्थ्य, और डेटा सुरक्षा में भी किया जा रहा है। इसमें ब्लॉकचेन डेवलपर्स और आर्किटेक्ट्स की भारी मांग है।
11. ई-स्पोर्ट्स और गेमिंग (E-sports and Gaming)
ई-स्पोर्ट्स और गेमिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे गेम डेवलपर्स, गेम डिज़ाइनर्स और ई-स्पोर्ट्स खिलाड़ियों के लिए नए करियर अवसर उभर रहे हैं।
12. क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing)
क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे क्लाउड इंजीनियर, डेवलपर्स और आर्किटेक्ट्स की मांग में भारी वृद्धि हो रही है। AWS, Azure, और Google Cloud जैसी सेवाएँ इस क्षेत्र में सबसे प्रमुख हैं।
इन करियर विकल्पों में अपार संभावनाएँ हैं, और आने वाले वर्षों में ये क्षेत्र भविष्य को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। यदि आप इनमें से किसी क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रहे हैं, तो आपको तकनीकी कौशल और व्यावहारिक अनुभव पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

बीबी

AI और डेटा साइंस में करियर: आधुनिक दुनिया के भविष्य की ताकत

डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज के सबसे तेजी से विकसित होने वाले क्षेत्रों में से हैं। इनका उपयोग व्यापार, चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और कई अन्य उद्योगों में हो रहा है।

भारत में, विशेष रूप से उत्तराखंड में, कई प्रमुख संस्थान डेटा साइंस और AI में उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। साथ ही, NASSCOM (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ़्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज़) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डेटा साइंस और AI के क्षेत्र में रोजगार की भारी संभावनाएं हैं, और इस क्षेत्र में स्किल्स की मांग और आपूर्ति के बीच बड़ा अंतर देखा गया है। इस लेख में हम उत्तराखंड के प्रमुख डेटा साइंस और AI संस्थानों के बारे में जानकारी देंगे और NASSCOM की रिपोर्ट “State of Data Science and AI Skills in India, February 2023” पर चर्चा करेंगे।

डेटा साइंस और AI का परिचय

डेटा साइंस एक बहु-विषयक क्षेत्र है, जिसमें बड़ी मात्रा में डेटा से मूल्यवान जानकारी निकालने के लिए विभिन्न सांख्यिकीय और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग किया जाता है। यह व्यापारिक निर्णय लेने, भविष्यवाणियां करने और स्वचालन में मदद करता है। इसके तहत डेटा कलेक्शन, डेटा क्लींनिंग (Data Cleaning), और डेटा एनालिसिस जैसी प्रक्रियाएं शामिल होती हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उद्देश्य मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करना है। AI में मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, और स्वचालित प्रक्रिया शामिल होती हैं, जो उद्योगों को अधिक उत्पादक और कुशल बनाती हैं।

उत्तराखंड के प्रमुख डेटा साइंस और AI संस्थान

1. VijAI Robotics Private Limited, हल्द्वानी
VijAI Robotics Private Limited हल्द्वानी का एक अग्रणी संस्थान है, जो डेटा साइंस और AI के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह संस्थान कई कोर्सेज ऑफर करता है, जैसे:
डेटा साइंटिस्ट मास्टर प्रोग्राम: डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग की उन्नत तकनीकें।
मशीन लर्निंग एडवांस्ड प्रोग्राम: मशीन लर्निंग एल्गोरिदम और उनके अनुप्रयोगों पर केंद्रित।
पायथन प्रोग्रामिंग: प्रोग्रामिंग की शुरुआत से लेकर उन्नत स्तर तक।
बिग डेटा हडूप और स्पार्क डेवलपर प्रोग्राम: उन्नत डेटा प्रोसेसिंग और एनालिटिक्स​(
2. KRPro Learning Institute, हल्द्वानी
KRPro Learning भी हल्द्वानी में डेटा साइंस और AI के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसके प्रमुख कोर्स हैं:
AI और डेटा साइंस स्पेशलाइजेशन: 10 महीने का ऑफलाइन कोर्स।
बिजनेस और डेटा एनालिटिक्स स्पेशलाइजेशन: 6 महीने का कोर्स, जिसमें डेटा विश्लेषण और बिजनेस इंटेलिजेंस सिखाई जाती है​(
3. Vista Academy, देहरादून
Vista Academy, देहरादून में डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में गहन प्रशिक्षण प्रदान करता है। उनके पाठ्यक्रम में शामिल हैं:
डेटा मैनिपुलेशन और एनालिसिस: डेटा साफ-सफाई (Data Cleaning) और विश्लेषण की तकनीकें।
मशीन लर्निंग और बिग डेटा: मशीन लर्निंग और बिग डेटा के सिद्धांत और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोग​(
4. Uttaranchal University, देहरादून
उत्तरांचल यूनिवर्सिटी देहरादून में B.Sc. डेटा साइंस प्रोग्राम प्रदान करती है। यह कोर्स डेटा साइंस के मूल सिद्धांत, प्रोग्रामिंग, और मशीन लर्निंग पर आधारित है। यह प्रोग्राम तीन साल का है और इसमें बिग डेटा और AI पर भी ध्यान दिया जाता है​(
5. Graphic Era University, देहरादून

ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून में B.Tech और M.Tech प्रोग्राम्स में डेटा साइंस और AI की शिक्षा प्रदान करता है। यह विश्वविद्यालय छात्रों को उन्नत प्रयोगशालाओं और अनुसंधान परियोजनाओं में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है, जिसमें मशीन लर्निंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, और AI की शिक्षा शामिल है​(
6. UPES (University of Petroleum and Energy Studies), देहरादून
UPES देहरादून में डेटा साइंस और AI के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता है। इसमें छात्रों को इंडस्ट्री-केंद्रित पाठ्यक्रम और शोध परियोजनाओं में भाग लेने का मौका मिलता है, जो उन्हें AI और डेटा साइंस के क्षेत्र में विशेषज्ञ बनाता है​
7. Tula’s Institute, देहरादून

Tula’s Institute भी डेटा साइंस और AI के क्षेत्र में कई कोर्सेज प्रदान करता है। इनमें B.Tech प्रोग्राम्स के साथ-साथ शॉर्ट-टर्म कोर्सेज भी शामिल हैं, जो डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग पर केंद्रित हैं​(
8. Brillica Services, देहरादून

Brillica Services उत्तराखंड में एक प्रमुख तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान है, जो डेटा साइंस, बिग डेटा एनालिटिक्स और AI पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान करता है। यहाँ डेटा माइनिंग, मशीन लर्निंग और क्लाउड कंप्यूटिंग पर कोर्स उपलब्ध हैं​
9. Dev Bhoomi Institute of Technology, देहरादून

यह संस्थान डेटा साइंस और AI में B.Tech और M.Tech प्रोग्राम्स प्रदान करता है। यहाँ डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और उन्नत प्रोग्रामिंग पर ध्यान दिया जाता है​NASSCOM रिपोर्ट: “State of Data Science and AI Skills in India, February 2023” NASSCOM की “State of Data Science and AI Skills in India, February 2023” रिपोर्ट में भारत में डेटा साइंस और AI की स्किल्स की मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर विस्तृत रूप से बताया गया है। इसमें निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान दिया गया है:

1.डिमांड और सप्लाई गैप:

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डेटा साइंस और AI में विशेषज्ञता रखने वाले प्रोफेशनल्स की भारी कमी है। मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन कुशल पेशेवरों की आपूर्ति इस मांग को पूरा नहीं कर पा रही है। 2023 तक, AI और डेटा साइंस से जुड़े 1.5 मिलियन से अधिक नए रोजगार अवसर सृजित होने की उम्मीद है, जबकि उपलब्ध स्किल्ड वर्कफोर्स काफी कम है।
2.डिमांड-सप्लाई गैप का विश्लेषण :

रिपोर्ट में डेटा साइंस और AI स्किल्स के लिए मांग और आपूर्ति के अंतर को ग्राफ द्वारा समझाया गया है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे भारत में तकनीकी स्किल्स की मांग (विशेष रूप से AI और डेटा साइंस में) तेजी से बढ़ रही है, जबकि योग्य पेशेवरों की आपूर्ति धीमी है। इस अंतर को पाटने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों और अपस्किलिंग की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

3.स्किल डेवलपमेंट की आवश्यकता:

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि केवल 25-30% डेटा साइंस और AI पेशेवर ही उच्च स्तर की विशेषज्ञता रखते हैं। इसलिए, स्किल डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है। इसके लिए शैक्षणिक संस्थान और कंपनियां मिलकर इंडस्ट्री-केंद्रित कोर्स और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम्स को बढ़ावा दे रहे हैं।

4.AI और डेटा साइंस की मांग बढ़ने के कारण:

AI और डेटा साइंस की मांग में वृद्धि का प्रमुख कारण ऑटोमेशन, मशीन लर्निंग, और डिजिटलाइजेशन है, जो उद्योगों को अधिक उत्पादक और कुशल बना रहे हैं। इसका उपयोग स्वास्थ्य सेवा, वित्त, ई-कॉमर्स, और अन्य उद्योगों में तेजी से बढ़ रहा है।

उत्तराखंड के कई विश्वविद्यालय और संस्थान डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इन संस्थानों में छात्रों को व्यावहारिक और अनुसंधान आधारित शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलता है, जो उन्हें डेटा-संचालित भविष्य के लिए तैयार करता है। NASSCOM की “State of Data Science and AI Skills in India, February 2023” रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि डेटा साइंस और AI का भविष्य उज्ज्वल है, और भारत में इन क्षेत्रों में भारी रोजगार के अवसर मौजूद हैं।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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