देश का आम बजट आ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे आम आदमी का बजट बताया है.
देश का आम बजट आ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे आम आदमी का बजट बताया है
पीएम मोदी ने कहा, ये बजट मिडिल क्लास की जेब भारी करेगा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को तेजी देगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में मध्यम वर्ग और सैलरीड क्लास को बड़ी राहत का ऐलान किया है। अब 12 लाख रुपये तक कमाने वालों को इनकम टैक्स के रूप में एक पैसा भी नहीं देना है। सैलरीड लोगों को 75 हजार रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन का भी लाभ मिलता है यानी अगर कोई वेतनभोगी 12.75 लाख रुपये तक कमाता है तो उसे भी कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स नए टैक्स स्लैब को लेकर कन्फ्यूज हैं। नए या प्रस्तावित टैक्स स्लैब के मुताबिक 0-4 लाख रुपये आय पर जीरो टैक्स है लेकिन 4-8 लाख पर 5 प्रतिशत और 8-12 पर 10 प्रतिशत इनकम टैक्स है। हायर इनकम वालों पर टैक्स रेट हाई है। कुछ यूजर सवाल कर रहे हैं कि अगर 12 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री है तो फिर 4 से 8 लाख की आय पर 5 प्रतिशत या फिर 8 से 12 लाख की आय पर 10 प्रतिशत का इनकम टैक्स क्यों? अगर आपके मन में भी ये कन्फ्यूजन है तो दूर कर लीजिए और असली बात समझ लीजिए।
12 लाख रुपये तक कमाने वालों पर नए स्लैब के हिसाब से जितना इनकम टैक्स बनेगा, उतना ही रिबेट मिल जाएगा
ऊपर ये तो स्पष्ट है कि 12 लाख या फिर सैलरीड के मामले में 12.75 लाख रुपये तक की आमदनी वालों को बिल्कुल भी टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन इससे अधिक कमाने वालों पर टैक्स लगेगा। उस टैक्स की गणना कैसे होगी, उसके लिए टैक्स स्लैब होते हैं। निर्मला सीतारमण ने नए टैक्स स्लैब का भी ऐलान किया है और उसका फायदा उन लोगों को भी मिलेगा जो 12 लाख रुपये से ज्यादा कमाते हैं।
ज्यादा कमाने वालों को भी बड़ी राहत–
अगर पिछले साल के स्लैब और नए स्लैब पर नजर डालेंगे तो साफ है कि 12 लाख से ऊपर कमाने वालों को भी इनकम टैक्स में बड़ी राहत मिली है। पहले 15 लाख से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत टैक्स लगता था लेकिन अब 12-16 लाख तक की आय पर महज 15 प्रतिशत टैक्स लगेगा। 16-20 लाख पर 20 प्रतिशत, 20-24 लाख पर 25 प्रतिशत और 24 लाख से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत टैक्स लगेगा।