जयचंदों की चाल पर होगा शह मात का खेल, सियासी पार्टियां में कुर्सी के लिए हर हथकंडा खुले आम

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जयचंदों की चाल पर होगा शह मात का खेल, सियासी पार्टियां में कुर्सी के लिए हर हथकंडा खुले आम

– उत्तराखंड में आज होगा जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख का चुनाव

(दिनेश चंद्र पांडेय पत्रकार)

चम्पावत (उत्तराखंड) : गांवों की सरकार चुनने के अंतिम दौर में आज गुरुवार को इनके मुखिया यानी जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के लिए वोटबाजी होगी। देर सायं तक जीत का जश्न और हार की रार का खुलासा हो जाएगा। इस दफा भी जयचंदों की चाल पर शह और मात का खेला होगा ऐसा सियासी पंडितों का अनुमान है।
कुर्सी के लिए सियासी पार्टियां और दावेदार हर हथकंडा खुले आम अपना रहे है।

ज्ञात हो कि उत्तराखंड में हरिद्वार जिले को छोडकर शेष बारह जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत पहले दौर में ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान,क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला सदस्यों के चुनाव संपन्न हो गए है।
दूसरे दौर में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख का चुनाव चल रहा है। जिसके तहत पांच जिलों चम्पावत, पिथौरागढ़, ऊधमसिंहनगर, उत्तर काशी और टिहरी में निर्विरोध निर्वाचन हुआ है जबकि सात जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर,नैनीताल, चमोली,पौड़ी, देहरादून और रुद्रप्रयाग में आज वोट पड़ेंगे।

इसी तरह उत्तराखंड के 89 ब्लाकों में से चम्पावत, काशीपुर,सितारगंज,

खटीमा,जाखणीधार,डुंडा,चंबा,भटवाड़ी,विकास नगर,पाभौ और ताकुला ब्लाकों में ब्लाक प्रमुख निर्विरोध चुने गए।
आज गुरुवार को शेष जनपदों और ब्लाकों में मतदान के लिए प्रशासन और सरकारी अमला जुटा हुआ है। भारी बारिश के बीच सुरक्षा के तगड़े इंतजाम है।

प्रत्याशी और सियासी पार्टियां के लोग अपने अपने पाले के जिला और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अब गुप्त स्थानों से मतदान केन्द्रों तक पहुचाने की कवायद में जुटे है।
वर्तमान सियासी महौल में प्रत्याशियों को अपने सियासी दलों के लोगों में भी अविश्वास का माहौल दिख रहा है। उन्हें डर है कि अधिकृत होने के बाद भी पार्टी के भीतर बैठे जयचंदों की चाल जाने किसको शह और मात का खेला न खिला दें।

बहरहाल कुर्सी के लिए हर हथकंडे की चाल किसको जीत का हार पहनाएगी और किसे चारों खाने चित होना पड़ेगा यह अखंड भारत दिवस यानी आज 14 अगस्त की सायं को साफ हो जाएगा। जीतेने वालों के लिए 15 अगस्त का जश्न भी खास होगा और वह अपने अपने जिलों में ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी देगें।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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