*उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की प्रशासनिक टीम ने कार्यशाला में पाठ्क्रमों की जानकारी दी*

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*उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की प्रशासनिक टीम ने कार्यशाला में पाठ्क्रमों की जानकारी दी*

कोटद्वार(चंद्रपाल सिंह चन्द)। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी द्वारा भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल के अध्ययन केंद्र में आगामी शैक्षणिक सत्र में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रम कोर्स में प्रवेश हेतु प्रचार प्रसार कार्यशाला का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में आयोजित कार्यशाला में प्राचार्य प्रो. लवनी आर राजवंशी ने समस्त छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ के छात्रों को अपने घरों में बैठकर पढ़ाई करने की सुविधा प्रदान करती है। जिससे वह अपने समय का प्रबंधन स्वयं कर सकते हैं। साथ ही दूरस्थ शिक्षा उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो शारीरिक रूप से महाविद्यालय में उपस्थित नहीं हो सकते हैं। दूरस्थ शिक्षा छात्रों को जीवन भर सीखने की सुविधा प्रदान करती है। जिससे वह अपने ज्ञान और कौशल को निरंतर विकसित कर सकते हैं।

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से क्षेत्रीय निदेशक डॉ. भास्कर जोशी एवं आईटी सेल प्रभारी डॉ. पवन कुमार ने विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों के संदर्भ में उपस्थित सभी छात्र छात्राओं को विस्तृत जानकारियां प्रदान करते हुए बताया कि उत्तराखंड विश्व विद्यालय द्वारा दिव्यांगजन छात्रों के लिए भी विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों उपलब्ध हैं। उन्होंने इस संदर्भ में विस्तार से जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय की वेबसाइट के विषय में भी छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वह अपनी समस्त जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

डॉ. भास्कर जोशी द्वारा सभागार में उपस्थित समस्त छात्र छात्राओं को बताया गया कि किस प्रकार डीएलएड करने के उपरांत अभ्यर्थी द्वारा बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया जा सकता है।
महाविद्यालय की स्टडी सेंटर समन्वयक डॉ. प्रीति रावत द्वारा महाविद्यालय में संचालित स्टडी सेंटर की प्रगति रिपोर्ट के संदर्भ में अवगत कराया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय स्टडी सेंटर से डॉ. वीरेंद्र सैनी, वरुण कुमार, राजीव रजवार, बालेंदु नेगी, मुकेश व रूप सिंह सहित अनेक छात्र छात्राऐं उपस्थित रहे।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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