सपा कार्यकर्ताओं ने स्व. मुलायम सिंह की पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

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सपा कार्यकर्ताओं ने स्व. मुलायम सिंह की पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

हल्द्वानी। देश के पूर्व रक्षा मन्त्री व उo-प्रo के पूर्व मुख्य मन्त्री मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि पर उत्तराखण्ड सपा. प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी के कार्यालय में सपा कार्यकर्ताओं के साथ मुलायम सिंह यादव के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रंधजलि अर्पित की गई, तदुपरांत एक शोक सभा का आयोजन किया गया शोक सभा को संबोधित करते हुए अब्दुल मतीन सिद्दीक़ी ने कहा कि स्व. मुलायम सिंह यादव के जीवन में जितनी उपाधि मिली है।आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि को नहीं मिली है। नेता मुलायम यादव की मुख्य उपाधि नेता जी ही थी। सुभाष चन्द्र बौस के बाद नेता जी की उपाधि सिर्फ़ मुलायम सिंह यादव को ही मिली है। इस के अतिरिक्त धरती पुत्र, सहित कई उपाधियों से उन्हें नवाज़ा गया।

श्री सिद्दीक़ी ने कहा नेता जी उत्तराखण्ड के सबसे बड़े हितेषी थे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में उo प्रo में पर्वर्तीय क्षेत्र को उo प्रo की जनसंख्या का २ प्रतिशत आरक्षण देना चाहते थे।जबकि पर्वर्तीय क्षेत्र में उo प्रo की 4 प्रतिशत आबादी थी। जिसमें उत्तराखण्ड के 50 प्रतिशत लोगों को आरक्षण का लाभ मिलता लेकिन यहाँ की तथाकथित पार्टियों ने उसका विरोध कर यहाँ के युवाओं का भारी नुक़सान किया है।इसी के साथ ही रक्षा मंत्री रहते हुए नेता जी ने हमेशा सेना का तो मनोबल बढ़ाया ही साथ ही शहीद सेनिको के शवों को सम्मान से उनके घर भिजवाने के साथ-साथ राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार व उनके परिवार की जीविका व बच्चों की पढ़ाई आदि की भी पूरी व्यवस्था की थी। जो देश के लिए एक ऐतिहासिक व गर्व वाला फ़ैसला था। श्री सिद्दीक़ी ने कहा कि मुलायम सिंह किसानों,व्यापारियों ,छात्रों, कर्मचारियों, दलितों , पिछड़ों,व अल्पसंख्यकों के सबसे बड़े हितेषी थे। अखिलेश यादव उनके कार्यों को पूरी ईमानदारी के साथ आगे लेकर चल रहे हैं। और जनता का उनेह भरपूर प्यार मिल रहा है। इसी का नतीजा है।

समाजवादी पार्टी देश की तीसरे नम्बर की बड़ी पार्टी बन गई है।अन्त में श्री सिद्दीक़ी ने कहा मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रंधाजलि यही होगी कि हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए अखिलेश यादव के हाथों को मज़बूत करें। शोक सभा में मुख्य रूप से ज़िला अध्यक्ष सोमपाल मोरया,जावेद मिकरानी,अलीम अंसारी, उमैर मतीन,इस्लाम मिकरानी,रेहान मलिक,संजय गुप्ता, आसिम सिद्दीक़ी,अनवर हुसैन, ज़ाहिद ख़ान,विक्की ख़ान,दीपक अग्रवाल,सरताज अंसारी,एडवोकेट जावेद अहमद, नाज़िम सलमानी, अथर ख़ान,मोहम्मद अनस, मोहम्मद अरशद्,अज़हर मलिक,शाहिद खान सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

1996 से पहले जब कोई सैनिक शहीद होता था तब उसके घर पर केवल उस सैनिक की टोपी और बेल्ट परिजनों को दी जाती थी. अंतिम संस्कार सेना खुद कर देती थी, मुलायम सिंह यादव जी ने रक्षा मंत्री रहते हुए कानून पास कर नियम बनाया सैनिकों के शहीद होने पर उनके पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंपा जाए और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाए, आज नेताजी मुलायम सिंह यादव जी की दूसरी पुण्यतिथि पर नमन

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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