शांतिकुंज से उत्तरकाशी आपदा राहत हेतु राहत दल रवाना

शांतिकुंज से उत्तरकाशी आपदा राहत हेतु राहत दल रवाना
चंद्रप्रकाश बहुगुणा, वरिष्ठ पत्रकार
हरिद्वार। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में 5 अगस्त को बादल फटने की भीषण आपदा में कई परिवार प्रभावित हुए हैं। इस दु:खद अवसर पर संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय देते हुए संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी की अध्यक्षता में शांतिकुंज में आपदा प्रबंधन दल की बैठक हुई और त्वरित रूप से एक विशेष आपदा राहत सर्वे दल को उत्तरकाशी के लिए भेजने पर निर्णय हुआ।
शांतिकुंज की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद लेकर आपदा प्रबंधन से प्रशिक्षित सदस्य इन्द्रजीत सिंह के नेतृत्व में एक टीम उत्तरकाशी के लिए रवाना हुई।
स्नेहसलिला श्रद्धेया शैलदीदी ने घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तरकाशी में आई इस प्राकृतिक आपदा से पूरा गायत्री परिवार चिंतित है।
हम माँ गायत्री से प्रार्थना करते हैं कि हताहतों को शांति एवं शोकाकुल परिवारों को धैर्य प्रदान हो। शांतिकुंज इस संकट की घड़ी में आपदा प्रभावित परिवार के साथ खड़ा रहेगा। यूरोप प्रवास पर गये देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ चिन्मय पण्ड्या ने अपने भेजे गये संदेश में घटना पर दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने आपदा प्रबंधन दल को पीडि़तों तक हरसंभव सहयोग करने हेतु मार्गदर्शन दिया।
व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि ने बताया कि राहत दल स्थानीय प्रशासन एवं परिजनों के सतत संपर्क में है। पीडि़तों की आवश्यकताओं का आकलन कर सहायता पहुँचाई जाएगी। योजना के अनुसार उत्तरकाशी में त्वरित रूप से एक अस्थायी भोजनालय स्थापित किया जाएगा तथा जरूरतमंदों को कपड़े, बर्तन, सूखा राशन, नाश्ता जैसी मूलभूत सामग्री वितरित की जाएगी।
शांतिकुंज का आपदा प्रबंधन दल पूर्व में केदारनाथ, पिथौरागढ़, गुजरात भूकंप, नेपाल भूकंप जैसी आपदाओं में भी सक्रिय सेवा दे चुका है। एक बार फिर शांतिकुंज ने सेवा, संवेदना और समर्पण की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उत्तरकाशी के पीडि़तों के प्रति सहानुभूति एवं सहायता का हाथ बढ़ाया है।

