प्रतिष्ठित कारोबारी और समाजसेवी सुंदर सिंह चौहान का आकस्मिक निधन, जनपद में शोक की लहर

Ad
खबर शेयर करें -

प्रतिष्ठित कारोबारी और समाजसेवी सुंदर सिंह चौहान का आकस्मिक निधन, जनपद में शोक की लहर

(पौड़ी)सतपुली। नगर पंचायत सतपुली के 75 वर्षीय प्रतिष्ठित कारोबारी और समाजसेवी सुंदर सिंह चौहान का आकस्मिक निधन हो गया। उनका निधन मंगलवार शाम 4 बजे ऋषिकेश स्तिथ ऐम्स अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया‌। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज सबसे पहले स्थानीय स्तर पर कराया गया। फिर ऋषिकेश एम्स अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। बुधवार को उनके दिवंगत शरीर को सतपुली लाया गया। जहां अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ शामिल रही। स्थानीय समेत उनके निवास स्थान मलेठी ग्राम सभा के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

सुंदर सिंह चौहान प्रतिष्ठित कारोबारी व समाजसेवी प्रबुद्ध के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने अपना जीवन समाज सेवा में ही व्यतीत किया। अपने जीवनकाल में उन्होंने गरीब कन्याओं के विवाह करवाने, विकलांगो की आर्थिक शैताब के लिए ट्रस्ट व बेसहारा बुजुर्गों के लिए ग्रामसभा में वृद्धाश्रम भी खुलवाया है। जहां वृद्धजनों की सेवा की जाती है। उनके मौत की खबर सुनकर उनके निवास स्थान पर बड़ी संख्या में समाज के लोगों और उनके शुभचिंतकों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटी। दिवंगत सुंदर सिंह चौहान अपने पीछे पत्नी, दो बेटे समेत भरापूरा परिवार छोड़ गये हैं। उनके बड़े बेटे त्रिलोक सिंह चौहान भी कुशल कारोबारी और छोटे बेटे जितेंद्र सिंह चौहान वर्तमान में नगर पंचायत सतपुली के मेयर पद पर आसीन हैं साथ ही अपने पिता की तरह समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनके शव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव दणोली टिहरी के भागीरथी के तट पर बने श्मशान घाट किया गया। जहां उनके सगे संबंधियों एवं बड़े पुत्र त्रिलोक सिंह चौहान एवं छोटे पुत्र जितेंद्र चौहान ने मुखागनि दी।
उनके आकस्मिक निधन पर समाज के लोगों ने गहरा दुख और संवेदना प्रकट की है।

सतपुली: उत्तराखंड प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत एवं एन यू जे पत्रकार संगठन उत्तराखंड के प्रदेश सचिव सतपुली पुष्पेंद्र राणा सहित सामाजिक संगठनों से जुड़े राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि

Ad Ad Ad
Ad
Ad

दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

Related Articles