मसूरी में पहाड़ी से गिरे पत्थर, सराय हीरा भवन क्षेत्र में दहशत का माहौल

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मसूरी में पहाड़ी से गिरे पत्थर, सराय हीरा भवन क्षेत्र में दहशत का माहौल

सभासद अमित भट्ट और ईओ तनवीर मारवाह मौके पर पहुंचे, खतरे का लिया जायजा

रिपोर्टर सुनील सोनकर

मसूरी के सराय हीरा भवन क्षेत्र में बुधवार को सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक पहाड़ी से भारी-भरकम पत्थर गिरने लगे। पत्थरों के गिरने की आवाज़ से क्षेत्र के लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए। घटना के तुरंत बाद इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया, क्योंकि यह क्षेत्र पहले भी भूस्खलन की चपेट में आ चुका है। स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को सूचना दी। घटना की जानकारी मिलते ही वार्ड सभासद अमित भट्ट और नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिशासी अधिकारी (ईओ) तनवीर मारवाह मौके पर पहुंचे। दोनों ने संबंधित अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया और स्थानीय निवासियों से बातचीत कर हालात की जानकारी ली।

ईओ तनवीर मारवाह ने मौके पर बताया कि जिस स्थान पर पत्थर गिरे हैं वह निजी भूमि (प्राइवेट लैंड) में आता है। उन्होंने कहा, हम इस घटना की जानकारी ज़िला प्रशासन को देंगे ताकि आवश्यक कदम उठाए जा सकें।

इसके अलावा, पास में स्थित जो नाला क्षतिग्रस्त हुआ है, उसकी मरम्मत जल्द करवाई जाएगी, ताकि बारिश के समय जलभराव या मिट्टी खिसकने की स्थिति से निपटा जा सके।
सभासद अमित भट्ट ने भी आश्वस्त किया कि नगर पालिका की ओर से स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में जल्द ही सुरक्षा दीवार (रिटेनिंग वॉल) निर्माण की मांग नगर निकाय और ज़िला प्रशासन के समक्ष रखी जाएगी। मौके पर मौजूद नायब नाजिर धर्मानंद बिजलवाण ने कहा कि यह मामला दैवीय आपदा का है इसके बारे में एसडीएम को अवगत कराया जायेगा, जिससे इस विषय में कार्रवाई हो सके।

इस मौके पर क्षेत्रीय सभासद अमित भट्ट ने कहा कि यह प्राइवेट संपत्ति है लेकिन इसके लिए शासन स्तर पर प्रयास करेंगे कि इसे रोकने के लिए कुछ हो सके, जहां तक नाले का सवाल है उसे पालिका के माध्यम से ठीक कराया जायेगा। उन्होने कहा कि नाला पर लिंटर डाला पार्किग का निर्माण करवाया जायेगा जिससे क्षेत्र के लोगों को पार्किंग की सुविधा मिल सके। निरीक्षण के दौरान पालिका अवर अभियंता रजत नेगी, वरिष्ठ लिपिक विनोद थपलियाल, स्थानीय मंजूद अहमद आदि मौजूद रहे।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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