पहाड़ाक बाबू’ “प्रियतमा” और “हाँ! स्त्री हूँ मैं “का विमोचन
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पहाड़ाक बाबू’ “प्रियतमा” और “हाँ! स्त्री हूँ मैं “का विमोचन
हल्द्वानी। सुप्रसिद्ध साहित्यिक सस्था एवं तीन बार विश्वकीर्तिमान स्थापित करने वाली काव्य समिति बुलंदी’ द्वारा प्रायोजित कविगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के अंतर्गत पी.डी. मैमोरियल स्कूल ऊंचापुल में भव्य कार्यक्रम के माध्यम से हुआ, इस सम्मेलन में कुमाउनी साहित्यकार डा. प्रदीप उपाध्याय की पुस्तक पहाड़ाक बाबू, लक्ष्मी बड़शिलिया (बीना) की अनूदित रचना ‘प्रियतमा’ और डा. शशि जोशी की पुस्तक “हाँ! स्त्री हूँ मैं” का विमोचन भी हुआ।
“बुलंदी” संस्था के निदेशक प्रख्यात कवि एवं संपादक विवेक बादल बाजपुरी के निर्देशन में विद्या प्रकाशन नई दिल्ली द्वारा ये तीनों पुस्तके प्रकाशित हुई हैं। जिस अवसर पर एक भव्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसने प्रो. बीना मझेला, डा. गजेन्द्र बटोही, डॉ शशि जोशी, डा प्रदीप उपाध्याय, लक्ष्मी बडशिलिया (बीना), प्रकाश चन्द्र तिवारी, नीलम नेगी, पुष्पलता जोशी, प्रकाश तिवारी (शिक्षक) इन्दिरा तिवारी इंदु, पंकज प्रकाश, कविता पाण्डेय, दीपा रुवाली, मन्जू जोशी, कामिनी तिवारी, रोहित तिवारी, नीलेश कुमार सहित सुप्रसिद्ध कविनक्षत्रों द्वारा अलग-२ विधाओं में काव्य पाठ कर जनसमूह को स्पन्दित किया।
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