एक बार फिर टल गई अनहोनी, मध्य प्रदेश के भर्ती में शामिल होने आए युवाओं का वाहन हुआ दुर्घटनाग्रस्त।

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एक बार फिर टल गई अनहोनी, मध्य प्रदेश के भर्ती में शामिल होने आए युवाओं का वाहन हुआ दुर्घटनाग्रस्त

चालक समेत नौ लोग मौत के मुंह में समाने से बचें दुर्घटना में लोगो, पुलिस एवं डॉक्टरों ने मिसाल कायम की मानवता की।

(गणेश दत्त पाण्डेय)

लोहाघाट / चंपावत। सोमवार की शाम को नगर के समीप शिवालय मंदिर के पास उस समय नदी से चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दी, जब सदा चहल-पहल में रहने वाले इस स्थान में ठंड के कारण खामोशी छाई हुई थी। इसी दौरान पेट्रोलिंग करते तहसीलदार जगदीश नेगी वहां से गुजर रहे थे। उन्होंने चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर नीचे देखा तो एक वाहन नदी में उलटा पड़ा था। वाहन चालक सहित सभी सवारियां पानी से भीगी हुई थी तथा ठंड व चोट के कारण कराह रहे थे। तहसीलदार ने नदी में जाकर अपने साथ गए लोगों को रेस्क्यू करने को कहा तथा स्वयं पुलिस प्रशासन, व आपात सेवा को घटना की जानकारी दी। पता चला कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले के युवक यहां टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती होने के लिए पिथौरागढ़ आए हुए थे। जो यूके 06 टीए 6945 से टनकपुर की ओर लौट रहे थे। लोहाघाट में कुछ देर रुकने के बाद वहां 5 मिनट का सफर तय नहीं कर पाया होगा की वाहन नदी में समा गया। इसी दौरान एसएचओ अशोक कुमार पुलिस, फायर ब्रिगेड के साथ घायलों को सड़क में लाने का काम शुरू हो गया।इस कार्य में नगर पंचायत के सुमित गडकोटी व अजय ढेक ने भी काफी मदद की।

तहसीलदार ने सभी घायलों को जिला चिकित्सालय भेजने की व्यवस्था करने से पूर्व वहां के सीएमएस डॉ प्रदीप बिष्ट को घटना की जानकारी दे दी थी। तब तक वहां डॉक्टरों व पैरामेडिकल की टीम मुस्तैद हो गई थी। जिससे घायलों के आते ही वहां डॉक्टरों ने उनका उपचार शुरू कर दिया‌।
सीएमएस डॉ बिष्ट ने पांच घायलों के घटना में बेहोश होने के कारण उनका प्राथमिक उपचार करने के बाद सीटी स्कैन कराया गया। जब कि अन्य का भी उपचार जारी रहा। सीएमएस के अनुसार चालक सहित सभी युवकों की हालत खतरे से बाहर है तथा सभी को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। घटना का समाचार मिलते ही पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, व्यापार संघ के अध्यक्ष विकास शाह, हरीश शक्टा, सामाजिक कार्यकर्ता अनु अधिकारी, मदद के लिए वहां आ गए। पानी से भीगने एवं चोट लगने के कारण सभी घायल सहमे हुए थे‌‌। सोमवार की रात को अपेक्षाकृत ठंड भी अधिक थी। लोगों ने घायलों के लिए पहनने के लिए गर्म कपड़े व कंबल उपलब्ध कराए। जबकि सीएमएस डॉ बिष्ट ने भी उनकी भरपूर मदद कर ठंड से बचाया।

भोलेनाथ ने थाम ली नौ लोगों की जिंदगी

लोहाघाट। घटना स्थल ऐसा खतरनाक था कि वहां की स्थिति को देखते हुए किसी के बचने की उम्मीद नहीं की जा सकती थी‌।लेकिन समीपी ही क्षेत्र के प्रसिद्ध रिश्वेश्वर महादेव ने सभी को थाम कर उनका जीवन बचा लिया हर कोई व्यक्ति इसे दैवीय शक्ति का चमत्कार मान रहा है

घटनास्थल में संकेत बोर्ड एवं लगाया जाएगा क्रैश बैरियर

लोहाघाट। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता आशुतोष ने बताया कि इस इस दुर्घटना स्थल में स्थाई रूप से संकेत बोर्ड एवं क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे। इस स्थान में पूर्व में भी इसी प्रकार की दुर्घटनाएं हो चुकी बताई जाती है।

दुर्घटनाग्रस्त वाहन में यह लोग थे सवार

लोहाघाट। जीत सिंह यादव 32 पुत्र रविंद्र सिंह, निशांत ओझा 18 पुत्र राजेश ओझा, रघुराज 23 पुत्र वीरेंद्र, अंशुल 20 पुत्र निर्मल, सचिन 20 पुत्र हर चरण, प्रमोद पंत चालक 43 पुत्र राधा वल्लभ, विजेंद्र 26 पुत्र भगवान सिंह, अर्जुन यादव 23 पुत्र जिले लाल, शेर सिंह 21 पुत्र जितेन्द्र सिंह शामिल थे। घायल निशांत के पिता राजेश ओझा ने फोन पर बताया कि सभी घायलों को भगवान शिव ने बचा लिया और यहां के नागरिकों, पुलिस व प्रशासन ने उनकी दुःख की घड़ी में मदद करने के साथ आत्मीय व्यवहार किया उसे वह कभी नहीं भूल सकते।

पल-पल की जानकारी ले रहे थे, सीएम

लोहाघाट / चंपावत। सीएम पुष्कर धामी घटना की स्थिति व घायलों की जानकारी ले रहे थे। उन्होंने सभी युवाओं को बेहतर उपचार देने के साथ उनकी सहायता करने वाले पुलिस, फायर कर्मी, तहसीलदार जगदीश नेगी, जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों एवं लोगो द्वारा घायलों की सहायता एवं उनके साथ संवेदनशील व्यवहार करने के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा सभी ने एमपी के इन लोगों को देवभूमि के अपने संस्कारों का परिचय दिया है।

चालक ने पी थी शराब

लोहाघाट। घायल युवाओं ने बताया कि लोहाघाट में कुछ समय रुकने के बाद चालक ने उनसे कहा कि जल्दी-जल्दी में खाना खा लो हम सभी ने केले खाकर पेट भर लिया। इसी दौरान चालक ने अपने हलक में शराब उड़ेल ली थी। उसके मुंह से शराब की गन्ध भी आ रही है थी।

तहसीलदार नेगी ना होते तो पता नहीं चलता घटना का।

लोहाघाट। तहसीलदार जगदीश नेगी के ऐन मौके पर दुर्घटना स्थल पर पहुंचने से घायलों का शीघ्र रेस्क्यू करने व उनका उपचार देने में काफी मदद मिली। मौके में सभी घायलों को यह भी मालूम नहीं कि था की वह कहां है ? सभी लोग बेहद सहमे हुए थे‌। तहसीलदार को जानकारी मिली थी कि कुछ भर्ती होने आए युवाओं को वाहन न मिलने से वह पैदल ही जा रहे हैं। वह उन्हें खोजने एवं उनके भोजन व रहने की व्यवस्था कर सके इसलिए वे पैट्रोलिंग पर निकले थे।

 ऐसे नदी में पलटा हुआ था वाहन

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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