श्रावण मास कांवड़ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी पौड़ी एवं एसएसपी पौड़ी द्वारा यात्रा मार्गों का किया स्थलीय निरीक्षण
श्रावण मास कांवड़ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी पौड़ी एवं एसएसपी पौड़ी द्वारा यात्रा मार्गों का किया स्थलीय निरीक्षण
नीलकंण्ठ कांवड़ मेले में होने वाली असंख्य भीड़ को नियंत्रित व नियमित संचालन करने हेतु ग्राउण्ड जीरों पर लिया जायजा
कोटद्वार, पौड़ी। आगामी श्रावण मास के दौरान होने वाली भव्य कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन एवं भीड़ नियंत्रण की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा लक्ष्मणझूला से श्री नीलकंठ महादेव मंदिर तक के सम्पूर्ण यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों द्वारा लक्ष्मणझूला से श्री नीलकंठ मंदिर तक सड़क व पैदल मार्गों पर पड़ने वाले प्रमुख स्थलों जैसे गरुड़चट्टी, फूलचट्टी, रत्तापानी, पीपलकोटी, जिला परिषद बैरियर, टैक्सी यूनियन बैरियर आदि का निरीक्षण करते हुए यातायात नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्थाएं, बैरिकैटिंग, पार्किंग स्थलों, आपातकालीन प्रबंधन तथा श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पेयजल, शौचालय आदि किए गए इंतजामों का गहन निरीक्षण किया गया।
विशेष रूप से नीलकंठ मंदिर परिसर व उसके आस-पास की व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। साथ ही यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था एवं चिकित्सा सहायता की उपलब्धता में किसी प्रकार की कमी न हो। कुछ संवेदनशील स्थानों पर सड़कों की हालत जर्जर पाई गई, जिससे बारिश के दौरान इन स्थानों पर फिसलन एवं दुर्घटना की संभावना हो सकती है जिन्हें सुरक्षात्मक दृष्टि से और सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता जताई गई।
कांवण यात्रा के दौरान मार्गों पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या, भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही स्थानीय नागरिकों तथा आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, किसी भी परिस्थिति में स्थानीय जनता की दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए विशेष प्रबंधन एवं समन्वित योजना बनाने को कहा गया। यात्रा के दौरान स्थानीय निवासियों को आवागमन में कोई परेशानी का समाना ना करना पड़े इसके लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था, ट्रैफिक डायवर्जन प्लान, आवश्यक सूचना बोर्ड आदि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने को कहा।
साथ ही यात्रा के दौरान चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष सक्रिय रखने, फायर, आपदा एवं स्वास्थ्य इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखने तथा सेवा व सुरक्षा दोनों का संतुलन बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। इस मौके पर सभी सम्बन्धित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने, सुरक्षा एवं सेवा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने एवं संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए।

