गुरुजी ने सीखे विद्यालयों को निपुण बनाने के गुर

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गुरुजी ने सीखे विद्यालयों को निपुण बनाने के गुर

द्वाराहाट(अल्मोड़ा)। विकासखंड में प्राथमिक संवर्ग के सहायक अध्यापकों का निपुण विद्यालयों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का 3 दिवसीय अनुभवात्मक प्रशिक्षण का द्वितीय फेरे का आज समापन हो गया। प्रशिक्षण से पहले खंड शिक्षाधिकारी वंदना रौतेला ने निपुण विद्यालयों के शिक्षकों को अवगत कराया कि शैक्षणिक कैलेंडर में इस प्रशिक्षण को शामिल करने का मुख्य उद्देश्य निपुण विद्यालयों के नवाचारी क्रियाकलापों को अन्य विद्यालयों तक पहुंचाना है।

अतः सभी शिक्षक प्रशिक्षण माड्यूल के अनुसार निपुण विद्यालय के 14 मुख्य बिंदुओं अपनी डायरी में नोट कर अपने विद्यालय तक पहुंचाएं। ब्लॉक एफएलएन समन्वयक दीपक पाण्डेय ने बताया कि यह प्रशिक्षण विकासखंड के 9 निपुण विद्यालयों में 2 चरणों में 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चला।

इस प्रशिक्षण के दौरान गैर निपुण विद्यालयों के शिक्षकों ने विकासखंड के निपुण विद्यालयों में आ रहे सकारात्मक बदलाव और बच्चों को उनके माहौल में शिक्षा देने के उनके तरीकों को सीखा। इस दौरान निपुण केंद्र द्वाराहाट, सलना, उभ्याडी, बसुलीसेरा, नौलाकोट, पागसा, नवीन रियूनी, मनबजूना और पौनली में वहां के संदर्भदाताओं ओर प्रधानाध्यापकों पूरन बिष्ट, निरंजन कुमार, विमल सिंह, दया नेगी, मनोज पंत, डा. चंपा बिष्ट, नविता वर्मा, पूजा साह और गीता नेगी द्वारा ब्लॉक के 70 शिक्षकों को 3 दिवसीय अनुभवात्मक प्रशिक्षण दिया गया।

राज्य और जिले की टीमों ने किया प्रशिक्षण का निरीक्षण

अनुभवात्मक प्रशिक्षण के दौरान एससीईआरटी देहरादून से डा.राकेश गैरोला, डा. शुभ्रा सिंघल और एफएलएन के जिला समन्वयक डा. हेम जोशी द्वारा निपुण विद्यालयों राप्रावि सलना और राप्रावि नौलाकोट का अनुश्रवण किया और निपुण मानकों की जांच की। उनके द्वारा दोनों विद्यालयों के बच्चों के अधिगम स्तर ओर शिक्षकों के कार्यों की प्रशंसा की गई।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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