हिमालयी राज्यों में अपनी अलग पहचान बनाएगा मॉडल जिला चंपावत- मुख्यमंत्री
हिमालयी राज्यों में अपनी अलग पहचान बनाएगा मॉडल जिला चंपावत।-मुख्यमंत्री
चंपावत। जिले के 27वें स्थापना दिवस पर मैं जिले के लोगों का बंदन, अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। आज ही बागेश्वर एवं रुद्रप्रयाग जिले का स्थापना दिवस है होने के साथ अभियंता दिवस भी है। इस अवसर पर में डॉ विशेस्वरैय्या जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए सभी इंजीनियरों एवं बागेश्वर, रुद्रप्रयाग के लोगों को भी बधाई देता हूं। उत्तराखंड राज्य के निर्माण में अभियंताओं का विशेष योगदान रहा है। आज चंपावत जिला व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए तो ऐसा खास है जहां के लोगों के अपूर्व सहयोग, समर्थन ,बुजुर्गों के प्यार, दुलार व आशीर्वाद को मैं जीवनपर्यंत नहीं भूल सकता हूं।
श्री धामी ने कहा यहां के लोगों के जीवन की जटिलताओं को कम करने के लिए मैं चंपावत को ऐसा मॉडल जिला बनाने की परिकल्पनाओं के साथ आगे बढ़ रहा हूं जहां हिमालयी राज्यों के लोग यहां के विकास के मॉडल को अपने यहां लागू कर सकें। यू कास्ट के महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत के दिशा निर्देशन में डेढ़ दर्जन केंद्रीय सरकार के वैज्ञानिक संस्थान एवं राज्य के वैज्ञानिक इस जिले के नियोजन में लगे हुए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि तकनीकी एवं रोजगार सृजन के विशेषज्ञ माने जाने वाले राजशेखर जोशी उत्तराखंड सेतु आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में ऐसी सोच के साथ कार्य कर रहे हैं जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इसी प्रकार अन्य लोग भी जिले के नियोजन में लगे हुए हैं। सरकार ने स्वच्छ, निष्पक्ष एवं पारदर्शी माहौल मैं सभी परीक्षाएं संपन्न करने का संकल्प लिया है। जिसके परिणाम आपके सामने है। मुझे इस बात पर प्रसन्नता हो रही है कि उस भोजन माता के बेटे को जूनियर इंजीनियर बनने का अवसर मिला है जिसने यह कभी सपने में भी नहीं सोचा था। ऐसे ही उत्तराखंड में हजारों लोगों का विभिन्न पदों के लिए चयन हो रहा है जो इसके लिए पात्र हैं।
यह सब इसलिए संभव हो पाया है की हमने अन्य लोगों की तरह “सड़ी हुई लाश में इत्र छिड़कने” के बजाय ऐसा कानून बनाया की नकल करने व कराने वालों के लिए जेल में जगह बनाई। अब चयनित लोगों की बड़ी जिम्मेदारी है कि वह ईमानदारी के साथ जिले के नियोजन एवं संयोजन में यहां के कभी न थकने वाले जिलाधिकारी नवनीत पांडे के साथ कदम से कदम बढ़ाकर चले जिससे आने वाली पीढ़ी आपको याद रखेगी।