लखनऊ: उत्तरायणी कौतिक-2025 तृतीय दिवस (16.01.2025) उत्तराखण्डी गीत- ’’बन जालि बोजी घास कटाना ने ठण्ड में दिलाया गर्मी का अहसास..

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उत्तरायणी कौतिक-2025 तृतीय दिवस (16.01.2025) उत्तराखण्डी गीत- ’’बन जालि बोजी घास कटाना ने ठण्ड में दिलाया गर्मी का अहसास….

हेमंत सिंह गढ़िया, वरिष्ठ मीडिया प्रभारी

लखनऊ। पर्वतीय महापरिषद,लखनऊ द्वारा आयोजित 10 दिवसीय (14 से 23 जनवरी ) उत्तरायणी कौथिग-2025 के “तृतीय दिवस” का शुभारम्भ नन्ही बच्ची दरसिखा पाठक द्वारा गाए गए राष्ट्र्गान के साथ प्रारम्भ हुआ तत्पष्चात् एकल व समूह नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

एकल नृत्य की प्रतियोगिताओं में 3 से 8 वर्ष आयु वर्ग में पूर्वी कुमारी (प्रथम), स्वर्णिका (द्वितीय) भाव्याष्षाह (तृतीय) सांत्वना लतिका राजए 9 से 13 आयु वर्ग में साक्षी (प्रथम) आदित्य पाण्डेय (द्वितीय) माहिरा (तृतीय) सांत्वना तनिष्का आर्या, 13 से अधिक आयु वर्ग में श्रेयसी (प्रथम) आभा बिष्ट (द्वितीय) वन्दना सिंह (तृतीय) सांत्वना अर्चना बाफिला समूह नृत्य में एल डी ए कॉलोनी कानपुर रोड (प्रथम) कल्याणपुर (द्वितीय) नीलमथा (तृतीय) रहे। निर्णायक मण्डल में श्रीमती आकांक्षा, मेनका सक्सेना रहे। दिन के सत्र में विषेष रूप से लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों से आए 7 झोड़ा दलों की प्रस्तुतियां रहीं जिसमें दलनायिका बीना रावत के नेतृत्व में 2 झोड़ा दल एल0डी0ए0 कानपुर रोड के, दल नायिका सुषीला नेगी के नेतृत्व में वसुन्धरा पुरम्, कल्याणपुर, दलनायिक दीपा बिष्ट के नेतृत्व में कल्याणपुर, दलनायिका विमला रावत के नेतृत्व में कल्याणपुर, दलनायिका नन्दा रावत के नेतृत्व में जोहार सांस्कृतिक संगठन विकास नगर लखनऊ, दलनायक प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पी0जी0आई0 के कलाकारों ने झोड़ा चांचरी नृत्य की प्रस्तुतियां दीं।

उत्तरायणी कौथिंग-2025 में मुख्य अतिथि विधायक पूर्वी लखनऊ ओ0पी0 श्रीवास्तव उपस्थित रहे, मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्जवलित कर सायंकालीन सत्र का उद्घाटन किया। अतिथि का स्वागत महापरिषद के मुख्य संयोजक टी एस मनराल, संयोजक के.एन.चन्दोला मार्ल्यापण व प्रतीक चिन्ह अध्यक्ष गणेष चन्द जोशी व महासचिव महेन्द्र सिह रावत द्वारा दिया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमः

खटीमा उत्तराखण्ड से आए लोकगायक कलाकार बासु भाई ने उत्तराखण्डी लोकगीतों से समा बांधा वहीं डीडीहाट उत्तराखण्ड से आए मेहमान कलाकार हरेन्द्र सिंह कठायत ने न्योली- ’’हापुरा बजानी धुरा’’ व उत्तराखण्डी गीत- ’’बन जाली बोजी घास कटाना से श्रोताओं का दिल जीता। वहीं क्षेत्रीय दलों द्वारा छपेली प्रतियोगिता झूमिगो सीजन 3, पहाड़ी धुनों पर देषी ठुमका प्रतियोगिता, अपनी बोली अपनी भाषा प्रतियोगिता, गायन प्रतियोगिता पहाड़ की आवाज व हेमा पंचवाल, नरेन्द्र फर्तयाल, राजषेखर जोषी, बलवंत वाणगी, गीता पालीवाल, रीमा वारंगी के नेतृत्व में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं गई।

कार्यक्रम में कार्यालय व्यवस्था में के एन पाठक, आर सी पन्त, ललित सिंह पोखरिया, दयाल रावत, नीलम जोषी, बी बी चन्दोला, के एन पाण्डेय, के एस रावत , रावत, एम,एस मेहता, रमेंष उपाध्याय, शंकर पाण्डेय, बिषन जोषी, युवराज सिह परिहार, गोपाल जोषी, विरेन्द्र आर्या, लक्ष्मण सिह भण्डारी, सुदीप जोषी, लक्ष्मण सिह धामी, बसन्त भट्ट, संजय पाण्डेय, उमेद सिंह देओपा, सुनील किमोठी, चंचल बोरा, नन्दा रावत, मन्जू पडेलिया, सहित कई पदाधिकारीगण हैं।

हेमंन्त सिह गडिया
सचिव/मीडिया प्रभारी 9839126641,8299059039,

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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