उत्तराखंड में सत्ता का रौब और भगवान बद्री का नाम भी नहीं दिला पाया भाजपा को जीत
उत्तराखंड में सत्तारूढ़ बीजेपी को विधानसभा उप-चुनाव में बड़ा झटका लगा है। बद्रीनाथ और मंगलौर दोनों विधानसभा सीट सत्ताधारी भाजपा के हाथों से निकल गयी। इस रिजल्ट को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर जमकर तंज कसा जा रहा है। विपक्षी दलों के अनुसार मारपीट, सर फुटव्वल के साथ ही सरकार, भारी भरकम नौकरशाही का रौब चुनावों में भाजपा की जीत के लिए हर सम्भव प्रयास करता नजर आया। परन्तु उत्तराखंड में दोनों विधानसभा में भाजपा को हार का मुंह देखने से कोई नहीं बचा सका।
मंगलौर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने 31710 वोट के साथ जीत दर्ज की है। उन्होंने 449 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। तो वहीं बद्रीनाथ सीट पर बद्रीनाथ विधानसभा में कांग्रेस की बड़ी जीत हुई है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह भटोला ने 5224 वोटों से जीते हैं।
विपक्षी दलों का कहना है कि उत्तरप्रदेश में राम को लाने की बात करने वाली भाजपा को जिस तरह अयोध्या में भगवान राम का नाम भी हारने से नहीं रोक सका। ठीक वैसे ही बद्रीनाथ में भगवान बद्री के नाम पर चुनावी ताल ठोंक रही भाजपा को बाबा बदरी विशाल का नाम भी चुनावी वैतरणी पार नहीं करा सका। वहीं उत्तराखंड की मंगलौर विधानसभा और हिमाचल में भाजपा की करारी शिकस्त हो गयी।
वहीं हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज घोषित हो गए। 3 में से 2 विधानसभा सीटे देहरा और नालागढ़ कांग्रेस के खाते में आ गई है। जबकि हमीरपुर सीट पर बीजेपी के आशीष शर्मा ने जीत दर्ज की है।