गुरिल्ला संगठन ने 19 दिसम्बर को सीएम आवास कूच के साथ आत्मदाह करने की दी चेतावनी
गुरिल्ला संगठन ने 19 दिसम्बर को सीएम आवास कूच के साथ आत्मदाह करने की दी चेतावनी
गब्बर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। गढ़वाल मंडल के एसएसबी गुरिल्ला संगठन की एक अति आवश्यक आपातकालीन मीटिंग एसएसबी गुरिल्ला संगठन के प्रदेश संयोजक एवं जिला अध्यक्ष रुद्रप्रयाग सुमित चौधरी एवं एसएसबी गुरिल्ला संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट एवं कई पदाधिकारी मीटिंग में सम्मिलित थे।
गुरिल्ला संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं टिहरी जिला के जिला अध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला प्रदेश,संयोजक सुमित चौधरी,प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा है कि एसएसबी गुरिल्ला अपनी 18 सालों से अपनी शांतिपूर्ण ढंग से लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगों पर अनदेखी कर रही है। जबकि मणिपुर के गुरिल्लाओं को 2004 में वहां की सरकार ने उनको नौकरी वह पेंशन दे दी है।जबकि उत्तराखंड के एसएसबी गुरिल्ला 18 सालों से अपनी लड़ाई शांतिपूर्ण ढंग से लड़ रहे हैं। कई दफे की वार्ता एसएसबी गुरिल्ला संगठन के लोगों की सरकार से हो गई है। जबकि उत्तराखंड सरकार ने 20 दिसंबर 2023 को सचिवों के साथ मुख्यमंत्री ने उस मीटिंग में गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों की उक्त मीटिंग में सम्मिलित थे।
मुख्यमंत्री ने सचिवों को निर्देश दिए थे कि जहां-जहां रिक्तियां खाली हैं तुरंत गुरिल्लाओं को उसमें सम्मिलित किया जाएगा। लेकिन एक वर्ष बीतने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। 2 सितंबर 2024 को समस्त उत्तराखंड के गुरिल्लाओं की मुख्यमंत्री आवास कूच था। लेकिन सरकार ने आनन-फानन में गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल से गुरिल्ला संगठन की पदाधिकारीयों की वार्ता करवाई। जिसमें गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल ने एसएसबी गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों को निर्देश दिए थे कि जहां-जहां गुरिल्लाओं की फाइल रुकी है,48 घंटे के अंदर उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन 3 माह बीतने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसएसबी गुरिल्ला संगठन के उत्तराखंड प्रदेश के समस्त गुरिल्ला बड़े आक्रोशित हैं।
गुरिल्ला संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने और प्रदेश संयोजक सुमित चौधरी ने प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने सरकार को चेतावनी दी है। कि अगर 15 दिसंबर तक सरकार गुरिल्लाओं को नौकरी व पेंशन नहीं देती है तो 17 दिसंबर को समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला देहरादून कूच करेंगे। 18 दिसंबर से अनिश्चितकाल के लिए मुख्यमंत्री आवास घेराव होगा। गुरिल्लाओं की निम्न मांगे हैं कि मणिपुर की तर्ज पर एस एस बी गुरिल्लाओं को नौकरी व पेंशन दी जाए।
प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला ने कहा है कि जो आज देश और देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। गुरिल्लाओं और फौजियों के कारण सुरक्षित हैं मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट ने सरकार को चेतावनी देते है हुए कहा है कि अगर 15 दिसंबर तक नौकरी व पेंशन सरकार नहीं देती है तो उत्तराखंड में हालत बिगड़ सकते हैं। जैसे जम्मू कश्मीर,छत्तीसगढ़ में हालात खराब हैं ऐसी स्थिति उत्तराखंड में न हो जाए। इसलिए धामी सरकार को चेतावनी देते हुए कहते हैं तुरंत गुरिल्लाओं को नौकरी व पेंशन दी जाए। आज श्रीनगर गढ़वाल मंडल में सैकड़ो गुरिल्ला उपस्थित थे।
गढ़वाल मंडल खिर्सू के ब्लॉक अध्यक्ष खुशाल सिंह पवार,कीर्ति नगर के ब्लॉक उपाध्यक्ष बृजमोहन गोसाई,संयोजक राजेंद्र भंडारी,महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजय लक्ष्मी भट्ट,राजकुमारी नेगी,सूरत सिंह मेहर,पूर्ण सिंह,मधुसूदन बंगवाल,लक्ष्मी देवी भट्ट,जसवंती देवी,नागेंद्र प्रसाद कोडियाल,गोदावरी देवी,हिम्मत सिंह,महेश्वरी देवी,सुदामा लाल,उज्जवल दास,प्रताप सिंह मियां,गुमान लाल,जवाहर सिंह बिष्ट,राजकुमारी,बीना देवी,राजेश्वरी,नरेंद्र नागड,जसपाल सिंह बिष्ट,श्याम दास,प्रेम सिंह भंडारी,बचन सिंह रावत,तिपेन श्याम भंडारी,प्रेम सिंह रावत,अनिल लखेड़ा,विमला देवी,बसंतु लाल,मोहनलाल,राकेश कुमार बहुगुणा,अनिल प्रसाद भट्ट,कन्हैया लाल,सुमित चौधरी,दयाल सिंह,सुंदरमणी पोखरियाल,आनंद लाल,राय सिंह,बलवीर लाल,लक्ष्मण सिंह,गोदावरी देवी,बुद्धी देवी,कुसुम देवी,रमेश दत्त लखेड़ा,सौरा देवी आदि सैकड़ों गुरिल्ला 19 तारीख को मुख्यमंत्री हाउस के बाहर आत्मदाह करेंगे।