स्वर्णिम उपलब्धियों का है धामी सरकार का तीन साल का कार्यकाल: पासी


स्वर्णिम उपलब्धियों का है धामी सरकार का तीन साल का कार्यकाल: पासी
राज्य सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने पर पूर्व सांसद ने गिनाईं उपलब्धियां
हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी कुमाऊं संभाग कार्यालय में शुक्रवार को दर्जा मंत्री एवं पूर्व सांसद बलराज पासी ने उत्तराखंड सरकार के आगामी 23 मार्च को सफलतम तीन वर्ष पूर्ण करने पर पत्रकार वार्ता आयोजित कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार के प्रमुख निर्णय व उपलब्धियों को मीडिया के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि धामी सरकार का तीन वर्षका कार्यकाल ऐतिहासिक उपलब्धियों भरा है।
सरकार की पहली ही कैबिनेट बैठक में यूसीसी के क्रियान्वयन के लिए विशेषज्ञों की समिति बनाने पर सहमति हुईथी। यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना। उत्तराखंड में वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत अब पात्र पति व पत्नी दोनों को लाभ मिल सकेगा। वृद्धावस्था, निराश्रित विधवा भरण पोषण अनुदान तथा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदत्त दर 1200 रूपये प्रतिमाह में 200 रूपये की वृद्धि की गई है। अब इनमें प्रतिमाह 1400 रूपये पेंशन प्राप्त होगी।
पासी ने कहा कि राज्य सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया, जिससे योग्य युवाओं को मौका मिल सके। केंद्र सरकार द्वारा एनएच 72 के पांवटा साहिब-बल्लूपुर (देहरादून) खंड के उन्नयन और फोर लेन के निर्माण के लिए 1093.01 करोड़ के बजट की स्वीकृति दी गई है। चारधाम सर्किट में आने वाले सभी मंदिरों और गुरूद्वारों में भौतिक ढांचे और परिवहन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों को भव्य बनाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन की शुरूआत की गई है। भ्रष्टाचार पर सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के सात इंजीनियरिंग कॉलेजों में तकनीकि शिक्षा की गुणवत्ता एवं सुधार के दृष्टिगत संविदा पर कार्यरत कुल 77 शिक्षकों से सितंबर 2022 तक शिक्षण कार्य कराये जाने की अनुमति प्रदान की गई। नई शिक्षा नीति के अनुसार ‘बाल वाटिका’ शुरू करने वाला उत्तराखंड भारत का पहला राज्य बना। अब मंत्रिमण्डल ऑफिस भी ई-ऑफिस के रूप में कार्य करने की मंजूरी मिली है। महासू मंदिर हनोल का मास्टर प्लान के अंतर्गत विकास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि धामी के 3 साल बेमिसाल रहे हैं। सरकार हर वायदे पर खरी उतरी है। उतराखंड की बागडोर संभाल रहे युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी राज्य मे पहले और देश के उन प्रमुख मुख्यमंत्रियों की कतार में खड़े हैं, जिनके फैसलों और वायदों पर शत प्रतिशत खरा उतरने वालों के रूप मे सर्वाधिक चर्चा होती है।
जनता की नब्ज टटोलकर निर्णय लेने वाले धामी के कार्यकाल मे दर्जनों ऐसे निर्णय सामने आए, जिनका बेमन से विपक्ष ने विरोध जताया, लेकिन जनता ने न केवल उसे सराहा, बल्कि समय समय पर उप चुनाव, निकायों में इन पर सहमति की मुहर तक लगाई। आज तेजी से आगे बढ़ रहे उत्तराखंड में सीएम धामी और विकास एक दूसरे के पूरक बन गए हैं।
प्रदेश की जमीन की रक्षा के लिए सख्त भू कानून धामी सरकार ने अपने वायदे के मुताबिक विधानसभा से पास करा लिया। अब तक गैर प्रयोजन उपयोग में लाई गई भूमि को सरकार में निहित करने का प्रावधान इस कानून में किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में अब कृषि भूमि को कोई बाहरी व्यक्ति नही खरीद पाएगा।




