मित्र पुलिस…..गालिब का गिरेबान पकड़ने का क्या खूब अंदाज….गलती की सजा होती है साहिब.. गिरेबां का भी अपना आत्म सम्मान होता है, देखें वीडियो

खबर शेयर करें -

मित्र पुलिस…..गालिब का गिरेबान पकड़ने का क्या खूब अंदाज….गलती की सजा होती है साहिब.. गिरेबां का भी अपना आत्म सम्मान होता है

रुद्रपुर (उधमसिंह नगर)। चौकी इंचार्ज के द्वारा सिख युवक का कालर पकड़े हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल तो हो ही  रहा है, लेकिन वर्दी भी बढ़िया करके दागदार हो रही है। ये वीडियो चेकिंग का बताया जा रहा है। दरोगा पर युवक से बदसलूकी के आरोप लग रहे हैं। वीडियो में दिख रहा दरोगा का विवादों से नाता रहा है।देर रात अचानक सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया। दो मिनट के वीडियो में सड़क पर बाइक गिरी दिख रही है। जिसमें चौकी इंचार्ज युवक का कालर और हाथ पकड़े हुए दिख रहा है। हेलमेट लगाए इंचार्ज मोबाइल में किसी से बात कर रहा है। इसी बीच वहां लोगों के जमा होने पर दरोगा कालर छोड़कर युवक का हाथ पकड़ लेता है।

इधर वीडियो बना रहा युवक कहता सुना जा रहा है कि युवक के साथ हाथापाई नहीं करनी चाहिए थी। वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी चालान मशीन लेकर खड़ा दिख रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर लोग दरोगा के व्यवहार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पूर्व में दरोगा कई जगह विवादित रह चुका है।बताया जा रहा है कि यह मामला आदर्श कालोनी चौकी क्षेत्रा वार्ड33 सिंह कालोनी के जैन कालोनी का है। जिसमें आदर्श कालोनी चौकी इंचार्ज संदीप पिलखवाल एक सिख युवक का कॉलर पकड़े दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि संदीप पिलखवाल जैन कालोनी में वाहन चेकिंग कर रहे थे।

बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व भी बालाजी मंदिर पर चौकी इंचार्ज संदीप पिलखवाल द्वारा वाहन चैकिंग के दौरान लोगों के जबरदस्ती चालान काटे गए थे। लोगों का कहना है कि उनके पास वाहन के समस्त कागजात होने के बावजूद चौकी इंचार्ज द्वारा उनका चालान काटा गया।लोगों का कहना है कि आज से पहले कालोनियों के अंदर कभी चैकिंग नहीं की जाती थी लेकिन पुलिस कर्मियों द्वारा स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। जिस तरह से वरिष्ठ पुलिस अध्ीक्षक मणिकांत मिश्रा द्वारा सुल्तान पुर पट्टी के चौकी इंचार्ज एवं पुलिस कर्मियों को लापरवाही व अनुशासनहीनता बरतने के मामले में लाइन हाजिर किया गया है अब देखना यह होगा कि चौकी इंचार्ज के इस बर्ताव को लेकर एसएसपी क्या कार्रवाई करते है?

जनता का पुलिस पर विश्वास न करने का कारण ऐसे ही वर्दीधारी जिम्मेदार होते हैं। वर्दी द्वारा ये कृत कोई पहला नहीं अनगिनत मामले पहले भी हो चुके हैं जिससे पुलिस को ही अपने कर्मचारियों के कारनामों से मुंह की खानी पड़ी है।

Ad
Ad

दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

Related Articles