सड़क का हर मार्ग बंद,108 एंबुलेंस बनी डोली, ग्रामीणों ने तीन किमी पैदल चल सड़क तक पहुंचाया बीमार महिला को

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सड़क का हर मार्ग बंद,108 एंबुलेंस बनी डोली, ग्रामीणों ने तीन किमी पैदल चल सड़क तक पहुंचाया बीमार महिला को

चंपावत। विगत दिनों लगातार तीन दिनों तक बरसी बारिश ने पहाड़ से मैदान तक ऐसा कहर बरपाया कि अभी तक न संभले, संपर्क मार्ग से राष्ट्रीय राजमार्ग ध्वस्त होने से जनजीवन बहुत ज्यादा प्रभावित हो गया, दूरस्थ क्षेत्रों में सड़क अवरुद्ध होने से बीमारी का इलाज को अस्पतालों तक पहुंचने को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है चंपावत जिले के बाराकोट ब्लॉक के दूरस्थ सील गांव के बरुड़ी तोक की सड़क बीते दिनों आई आपदा से पूरी तरह बह गई है गांव को जोड़ने वाली दोनों सड़के बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र के कई गांवो का अन्य मार्गों से संपर्क पूरी तरह कट चुका है।

विगत दिवस गांव की बुजुर्ग महिला लक्ष्मी देवी(60) पत्नी जोगा सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई दोनों ओर से सड़के बंद होने से गांव के ग्रामीण महिला को डोली के सहारे तीन किलोमीटर पथरीले उबड़ खाबड़ वह टूटे हुए रास्तों से दो घंटे की कठिन पैदल यात्रा कर नेत्र तक लाए जहां से वाहन के जरिए घाट होते हुए महिला को लोहाघाट अस्पताल लाया गया। ग्रामीणों ने बताया गंगाली और नेत्र सलान की सड़क पूरी तरह बंद पड़ी है जिस कारण क्षेत्र में काफी दिक्कतें हो रही जरूरत के सामानों को भी तरसना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सड़क खोलने की मांग की है क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सिंह ने बताया सड़क बंद होने के साथ-साथ क्षेत्र के पैदल रास्ते व पेयजल योजनाएं बह चुकी हैं गांव के युवा रोजगार की तलाश में बाहर निकल चुके हैं जिस कारण बुजुर्ग किसी तरह महिला को डोली के सहारे सड़क तक लाए उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द क्षेत्र की सड़क को खोलने की मांग उठाई उन्होंने कहा सड़क बंद होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है इस दौरान गांव के पुष्कर सिंह ,अन्ना राजपूत, केदार सिंह ,पूरन सिंह ,मोहन सिंह ,कल्याण सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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