डॉक्टरों को गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभानी होगी–डॉ.सयाना

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डॉक्टरों को गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभानी होगी–डॉ.सयाना

श्रीनगर गढ़वाल। मेडिकल कॉलेज में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज और बेस चिकित्सालय में मरीजों के हित में बेहतर योगदान देने वाले आठ डॉक्टरों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने भी सभी डॉक्टरों को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की बधाई देते हुए सभी डॉक्टरों से मरीज,छात्र एवं संस्थान हित में बेहतर से बेहतर कार्य की अपेक्षा की।

मेडिकल कॉलेज प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़कर चिकित्सा शिक्षा निदेशक एवं मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य डॉ.आशुतोष सयाना ने बताया कि भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1991 में हुई थी। यह दिन पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और महान चिकित्सक डॉ.बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि 1 जुलाई 1882 को जन्मे डॉ.बी.सी.रॉय ने न केवल भारत की चिकित्सा व्यवस्था को सशक्त बनाया,बल्कि स्वास्थ्य नीति के निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ.सयाना ने यह भी कहा कि डॉक्टरों को गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता फैलाने और समाज में व्याप्त पुरानी मान्यताओं को चुनौती देने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। डॉ.सयाना ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे एमबीबीएस छात्रों एवं पीजी छात्रों को ऐसे महान चिकित्सकों से प्ररेणा लेकर आगे बढ़कर अपनी नींव मजबूत करनी चाहिए।

उन्होंने दून में आयोजित हुए कार्यक्रम में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.दयाकृष्ण टम्टा एवं ब्लड़ बैंक से प्रोफेसर डॉ.दीपा हटवाल के सम्मानित होने पर बधाई दी। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2025 की थीम है मास्क के पीछे: कौन उपचारक को ठीक करता है ( Behind the Mask: Who heals the healer.) यह थीम डॉक्टरों के मानसिक,भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान आकर्षित करती है। महामारी और अत्यधिक कार्यभार के चलते चिकित्सकों को भी देखभाल और सहारे की आवश्यकता होती है।

इस वर्ष की थीम चिकित्सकों के प्रति समाज के दायित्व को रेखांकित करती है। समाज में डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है,क्योंकि वे जीवन बचाने का कार्य करते हैं। उन्होंने डॉक्टर्स के समर्पण और सेवा भावना की सराहना की। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले सभी चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन का आभार जताया और मरीजों की सेवा में निरंतर समर्पित रहने का संकल्प दोहराया।

कार्यक्रम का संचालन एमबीबीएस छात्रा सौम्या पंत एवं इशांक सिंह ने किया। इस मौके पर एनॉटामी के एचओडी डॉ.अनिल द्विवेदी,सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ.राकेश रावत,डॉ.धनंजय डोभाल,डॉ.दिनेश सिंह,डॉ.मोहित सैनी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम में छात्रों,शिक्षकों और अन्य स्टाफ की भी भागीदारी रही। सभी ने डॉक्टर्स के अमूल्य योगदान को नमन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर हुए सम्मानित हुए डॉक्टर-मेडिकल कॉलेज प्रशास ने राष्ट्रीय चिकित्सकी दिवस पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.विनीता रावत,डॉ.नियती ऐरन,डॉ.विक्की बक्शी,डॉ.सरेन्द्र सिंह नेगी,डॉ.मोहित कुमार,डॉ.लक्ष्मण यादव,डॉ.आरती पाल,डॉ.विनोद तिवारी को सम्मानित किया गया।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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