11 दिसम्बर 2024 से निरन्तर चल रही दिव्य ज्योति


11 दिसम्बर 2024 से निरन्तर चल रही दिव्य ज्योति कलश यात्रा आज 16 मार्च को विश्राम के बाद गायत्री शक्तिपीठ हल्दूचौड से दुमका बंगर,गोला पडाव, तीन पानी आदि स्थानो का करते हुए पुनः अपना मिशन 2026 मे अखण्ड दीपक की, वन्दनीय माता भगवती देवी शर्मा जी के साथ युग ऋषि वेद मूर्ति, तपोनिष्ठ पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य जी के नव युग के आगमन के लिए की गई कठोर तप साधना के 100 वर्ष पूर्ण होने साथ शायं का दीप यज्ञ तीन पानी में श्री दया सागर बिष्ट के आवास पर सम्पन्न हुआ। दिव्य ज्योति कलश के दर्शन-पूजन हेतु लोगों में भारी उत्साह है एवं गायत्री व यज्ञ से जुडने के लिए लालायित हैं तथा गायत्री को सद्बुद्धि के रुप में स्थापित कर देव परिवार निर्माण की श्रृखला से जुड रहे हैं।
युग दृष्टा,वेद मूर्ति,तपोनिष्ठ परम पूज्य गुरुदेव पं.श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा युग परिवर्तन के लिए अपनें संकल्प “मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण ” हेतु वसंत पर्व 1926 से प्रज्वलित अखण्ड दीपक व अखण्ड जप-तप से उत्पन्न उर्जा को विश्व कल्याण के हित विखेरने हेतु देश के गांव-गांव , नगर-नगर, डगर-डगर जा कर लोगों को इस युग परिवर्तन के समय में अपने श्रम, समय,साधन, प्रतिभा का जगत हित में दान कर श्रेय-पूण्य के भागीदार बनने का आमंत्रण दिया जा रहा तथा जाति-धर्म, भाषा, क्षेत्र,लिंग भेद की संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर मानव धर्म व वसुदेव कुटुम्बकम की भावनाओं को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं।
इस दिव्य ज्योति कलश यात्रा में उत्तराखंड प्रान्त के समन्वय श्री दिनेश चंद्र मैखुरी, शान्तिकुंज से श्री बी.सी.पंत, नई टिहरी से श्री बी.पी.बधानी, हल्द्वानी से लक्ष्मी- नारायण पाण्डेय के साथ स्थानीय कार्यकर्ता चन्द्र शेखर सुयाल, सरस्वती सुयाल, दिप्ती भट्ट, वीना सनवाल, गीता कर्नाटक, विनीता सहित तमाम परिजन लगातार अपना समयदान कर गुरुकार्य में हल्दू चौड शक्तिपीठ के व्यवस्थापक व उप जोन समन्वयक श्री वसंत पाण्डेय जी द्वारा भी सहयोग मिल रहा है कार्यक्रम व्यवस्थित सम्पन्न करवाये जा रहे हैं, साथ ही इस दिव्य ज्योति कलश यात्रा को लोगों का अपार समर्थन मिल रहा, सभी को नव प्रज्ञा युग के अवतरण मे अपनी- अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। दिनेश चंद मैखुरी
दिव्या ज्योति कलश यात्रा उत्तराखंड समन्वयक




