चीन बॉर्डर पर उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर बारिश के बाद तबाही, भरभराकर गिरा पहाड़

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चीन बॉर्डर पर उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर बारिश के बाद तबाही, भरभराकर गिरा पहाड़

धारचूला लिपूलेख एनएच ऐलागड़ के समीप पहाड़ी से भूस्खलन के बाद बंद हो गया। जिसके बाद इस यात्रा मार्ग को अभी आवागमन के लिए नहीं खोला जा सका था कि यहीं से तीन किमी दूर रौंगती नाली में भी सड़क बंद है। उत्तराखंड में मॉनसून सीजन के दस्तक देने के साथ ही प्रदेशभर में बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। चीन बॉर्डर पर पिथौरागढ़ जिले में नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के बाद रास्ता बंद हो गया है। सीमा से सटे दारमा, व्यास चौदास घाटी के गांवों का सड़क संपर्क देश से कट गया है। दूसरी ओर, 24 घंटे से अधिक समय से आदि कैलास मार्ग के बंद रहने से यात्रियों को भी खासी परेशानी हो रही है। लिपूलेख एनएच ऐलागाड़ व रौगती नाले के समीप सड़क पर भारी मात्रा में मलबा आने से सड़क बंद हो गई है।

धाररचूला लिपूलेख एनएच ऐलाागड़ के समीप पहाड़ी से भूस्खलन हो जाने से बंद हो गया। जिसके बाद इस यात्रा मार्ग को अभी आवागमन के लिए नहीं खोला जा सका था कि यहीं से तीन किमी दूर रौंगती नाली में भी मंगलवार को सड़क बंद हो गई।

भारी भूस्खलन के कारण अब इस यात्रा मार्ग में आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। इससे चीन सीमा से सटे दारमा, व्यास, चौदास घाटी के गांवों के लोगों को खासी परेशानी हो रही है। आदि कैलास यात्री भी धारचूला से आगे नहीं जा पा रहे हैं। इधर सड़क खोलने में जुटी कंपनी के लोगों ने कहा है कि पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण काम करना भी आसान नहीं हो पा रहा है। इसके बावजूद मार्ग को खोलने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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