पंचक बाद उमड़ेगी कावड़ियों की भीड़, पंचककाल में कावड़िए गंगाजल कमर में बांध चलते हैं भोले के द्वार

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पंचक बाद उमड़ेगी कावड़ियों की भीड़
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा पर पंचक के कारण ब्रेक लग गया है। मंगलवार शाम पांच बजे से पंचक लग गए हैं। पंचक 27 जुलाई शाम पांच बजे हट जायेंगे, जिसके बाद कांवड़ियों की भारी भीड़ जुटने लगेगी। मंगलवार शाम से पंचक के चलते कांवड़ियों की संख्या घटने लगी है। सनातन धर्म में पंचक लगने पर शुभ कार्यों पर पूर्ण रोक लग जाती है।

पंचक काल 23 से 27 जुलाई तक रहेगा। ज्योतिष कैलाश घिल्डयाल बताते हैं कि पंचक में घास,फूस,लकड़ी,बांस आदि से निर्मित वस्तुएं उठानी वर्जित है। यदि भूलवश कोई कांवड़ उठा लेता है तो यात्रा का प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिये कांवड़िए इन दिनों में कमर पर गंगा जल लेकर चलते हैं, लेकिन कांवड़ियों की संख्या कम हो जाती है। वह कहते हैं कि हरियाणा, दिल्ली के कांवडिए पंचक में भी गंगाजल लेने के साथ नीलकंठ मंदिर में जलाभिषेक को आते हैं।

जबकि यूपी के कांवड़ियों की संख्या बहुत कम हो जाती है। वह कहते हैं कि कांवड़ के शुरूआती दिनों में यूपी, हरियाणा एवं दिल्ली से ही अधिक कांवडिएं आते है। लेकिन अंतिम चार पांच दिनों में हरियाणा और यूपी के कांवड़ियों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। डीएम पौड़ी आशीष चौहान का कहना है कि पंचक के चलते आने वाले दिनों में कांवड़ियों की संख्या में कुछ कमी आयेगी, लेकिन पंचक खत्म होते ही कांवड़ियों की संख्या में कई गुना इजाफा हो जाता है। इसलिये सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये जा रहे हैं।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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