चारधाम यात्रा को अपने घर की यात्रा समझकर पूरी मेहनत व लगन से कार्य करें अधिकारी–आयुक्त


चारधाम यात्रा को अपने घर की यात्रा समझकर पूरी मेहनत व लगन से कार्य करें अधिकारी–आयुक्त
गब्बर सिंह भण्डारी, वरिष्ठ पत्रकार
पौड़ी गढ़वाल/श्रीनगर गढ़वाल। आयुक्त गढ़़वाल विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में चारधाम यात्रा,वनाग्नि,पेयजल,सड़क सुधारीकरण,सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। आयुक्त गढवाल ने चारधाम यात्रा को सफल व सुखद बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां 25 अप्रैल तक पूरी करने के निर्देश दिये हैं। बैठक के उपरान्त उन्होंने स्टेट हाइवे पर गतिमान डामरीकरण व पैच वर्क के कार्यों की गुणवत्ता का भी जायजा लिया।
मंगलवार को आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में आयुक्त गढ़वाल ने चारधाम यात्रा को सुखद बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रीनगर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जहां ट्रैफिक व्यवस्था के साथ-साथ पार्किंग की समुचित व्यवस्था चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि श्रीनगर क्षेत्रांतर्गत कुछ ऐसे धर्मशालाओं व रैन बसेरों को चिन्हित करना सुनिश्चित करें,जहां असहाय व बेसहारा यात्रियों को निःशुल्क ठहरने की सुविधा मिल सके। उन्होंने यात्रा मार्ग के सभी वॉटर प्वांइट को सुचारु रखने,सार्वजनिक शौचालयों को साथ-सुथरा रखने के निर्देश दिये हैं।
चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन की प्रो-एक्टिव तैयारियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस यात्रा को अपनी यात्रा समझकर अधिकारी पूरी मेहनत व लगन से कार्य करें। मोटर मार्गों के निर्माण कार्यों,डामरीकरण व गड्ढा मुक्त किये जाने संबंधी कार्यो की समीक्षा करते हुए आयुक्त गढ़़वाल ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 445 किमी.के सापेक्ष 320 किमी.अवशेष गड्ढा मुक्त कार्यो को 31 मई तक हर हाल में पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिलाधिकारी गढ़वाल को निर्देश दिये कि जनपद क्षेत्रांतर्गत ग्रामीण मोटर मार्गों की स्थिति को लेकर एक सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्यमार्गो से जुड़ने वाली सड़कें यातायात के लिए परेशानियां पैदा करती है, जिनकी मरम्मत,डामरीकरण व उन्हें गड्ढा मुक्त किया जाना आवश्यक है।
मोटर मार्गों पर चल रहे डामरीकरण व गड्ढा मुक्ति के कार्यों की गुणवत्ता को लेकर उन्होने स्टेट हाईवे-31 पर पौड़ी-देवप्रयाग के बीच 17 किलोमीटर की सड़क पर घुड़दौड़ी के समीप खुदवाकर डामरीकरण व द्वारीधार गौशाला के पास पैच वर्क की गुणवत्ता का जायज़ा लिया। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि गतिमान डामरीकरण का 10 किमी.के सापेक्ष अवशेष 7.5 किमी कार्य तीव्र गति से पूरा करें। वनाग्नि रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए विभागीय समन्वय व जन-सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने वनाग्नि की रोकथाम को लेकर जिला स्तर पर किये जा रहे प्रयासों को भी सराहा। वनाग्नि की रोकथाम के लिए जनपद स्तर पर अपनाए जा रहे नवाचारों,जन-जागरुकता अभियानों,30 से अधिक गांवों में शीतलाखेत मॉडल को लागू करने को लेकर आयुक्त गढ़वाल ने संतोष व्यक्त किया।
ग्रीष्मकाल में प्रत्येक ग्रामीण को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए उन्होंने जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों को पम्पिंग की समयावधि को बढाने के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर टैंकर के माध्यम जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। आईजी गढ़वाल राजीव स्वरुप ने यात्रा शुरु होने से पूर्व सभी लाइन डिपार्टमेंट के साथ श्रीनगर में पार्किंग व ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर एक ड्राई रन करवाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यात्रा सीजन में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए श्रीनगर जैसे स्थान पर आवासीय,ट्रैफिक व पार्किंग व्यवस्था पर विशेष बल दिये जाने की आवश्यकता है।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह,मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत,संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट,परियोजना निदेशक डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय,जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पारुल गोयल,मुख्य शिक्षाधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.विशाल शर्मा,जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी,जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी,जिला क्रीड़ा अधिकारी संदीप डुकलान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।



