राजकीय प्राथमिक विद्यालय मटीला धूरा में मिशन कोशिश पर आधारित बाल सह LTM मेला सम्पन्न

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राजकीय प्राथमिक विद्यालय मटीला धूरा में मिशन कोशिश पर आधारित बाल सह LTM मेला सम्पन्न

रानीखेत। विकासखंड ताड़ीखेत के *राजकीय प्राथमिक विद्यालय मटीला धूरा* में “मिशन कोशिश” पर आधारित एक भव्य **बाल सह LTM मेले** का आयोजन किया गया। यह आयोजन मिशन कोशिश के आठ सप्ताह की शैक्षिक गतिविधियों के समापन पर आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों की अधिगम उपलब्धियों को प्रदर्शित करना और शिक्षकों द्वारा निर्मित शैक्षिक संसाधनों को साझा करना था।

इस मेले मे शिक्षकों द्वारा निर्मित 500 से अधिक LTM का प्रदर्शन विद्यालय प्रबंधन समिति के समक्ष किया गया ,शिक्षकों द्वारा मिशन कोशिश के तहत तैयार LTM (शिक्षण सहायक सामग्री), वीडियो तथा सप्ताहवार गतिविधियों का अभिलेखीकरण प्रस्तुत किया गया ,विद्यार्थियों ने सीखी गई बातों का रचनात्मक प्रदर्शन विद्यालय प्रबंधन समिति के समक्ष किया जिसे देख सभी अभिभावक और विद्यालय के सदस्य बहुत प्रभावित हुए इन गतिविधियों से उनकी शैक्षणिक प्रगति स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई। यह बाल सह LTM मेला विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक प्रेणना दायक मंच रहा, जहाँ उन्हें अपने अनुभव साझा करने, नवाचार दिखाने और सहयोगात्मक अधिगम की भावना विकसित करने का अवसर मिला।

शिक्षक भास्कर जोशी ने बताया कि
*”हमारे विद्यालय में बच्चों की विविध शैक्षिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नियमित रूप से नवाचार किए जा रहे हैं। विशेष रूप से ICT और LTM (Teaching Learning Material) का समावेश करते हुए हम बच्चों के अधिगम स्तर को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। इससे वे बच्चे भी सक्रिय रूप से सीखने लगे हैं, जो पहले पीछे रह जाते थे। बाल मेले जैसे आयोजन बच्चों की सृजनात्मकता और व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ावा देने में अत्यंत सहायक होते हैं।

मेरा प्रयास रहेगा कि हर बच्चा समझे, सीखे और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े।”* विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री पान सिंह जी ने कहा कि -हम विद्यालय में कार्यरत दोनों शिक्षकों के प्रति कृतज्ञ हैं, जिनके प्रयासों से बच्चों में सीखने की रुचि बढ़ी है और विद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है। ऐसे बाल मेलों से बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। हम आशा करते हैं कि भविष्य में भी इस प्रकार के रचनात्मक और प्रेरक कार्यक्रम विद्यालय में निरंतर होते रहेंगे। समिति की ओर से हम हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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