जिला ऊधम सिंह नगर स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने दी पंजाबी समुदाय को वरीयता, अन्य समाज में भारी रोष
जिला ऊधम सिंह नगर स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने दी पंजाबी समुदाय को वरीयता, अन्य समाज में भारी रोष
(उत्तराखण्ड)उधम सिंह नगर: राज्य में स्थानीय चुनाव का बिगुल बज चुका है। स्थानीय निकाय चुनाव की जीत और हार आगामी 2027 विधानसभा चुनावों में दोनों बड़ी पार्टियों की दशा और दिशा तय करेगी। प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियां स्थानीय निकाय चुनाव को किसी भी सूरत में अपने पक्ष में जीतना चाहती हैं।
वर्तमान में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष में कांग्रेस के प्रत्याशियों के नामांकन भी हो चुके हैं। राज्य की स्थानीय निकाय सीटों पर देशी, मुस्लिम, पंजाबी, पर्वतीय मतदाता जीत का समीकरण तय कर रहे हैं। उधर मैदानी क्षेत्र ऊधम सिंह नगर में स्थानीय निकाय सीटों पर भी देशी, मुस्लिमों और पर्वतीय समुदाय का अच्छा खासा दबदबा है। उधम सिंह नगर में देशी समुदाय और मुस्लिम समुदाय का अच्छा खासा वर्चस्व है, जो निर्णायक भूमिका में हैं।
परन्तु सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने ऊधम सिंह नगर की 9 महत्वपूर्ण स्थानीय निकाय सीटों जिनमें काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, गूलरभोज, दिनेशपुर, रुद्रपुर, लालपुर, सितारगंज, नानकमत्ता सीट पर पंजाबी समुदाय के लोगों को एकतरफा टिकट देकर चुनावी माहौल तो गर्मा दिया है परन्तु देशी, मुस्लिम और पर्वतीय समुदाय को नाराज कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ऊधम सिंह नगर के लगभग 6 लाख मतदाताओं में से 85% देशी, मुस्लिम और पर्वतीय समुदाय की उपेक्षा करके पंजाबी समाज की 15% आबादी के प्रत्याशियों के लिए 9 स्थानीय निकायों के टिकट बांट दिये। जिससे ऊधम सिंह नगर में जातीय समीकरणों को बिगाड़ दिया है।
ऐसे में अन्य समाज के 85% लोगों को नाराज करके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा चुनावी वैतरणी कैसे पार करा पायेंगे यह यक्ष प्रश्न सत्ता के गलियारों में गूंजने लगा है। जिला ऊधम सिंह नगर में सबकी नजर अब किच्छा नगर पालिका चुनाव की ओर लग गयी है, जहां भारतीय जनता पार्टी टिकट के लिए अन्तिम रणनीति में जुटी है।
अब किच्छा सीट पर सभी की नजर
देखना होगा कि किच्छा सीट पर लगभग 8% पंजाबी समाज के प्रतिनिधित्व को वरीयता देते हुए क्या भाजपा 92% समुदाय को नाराज करना चाहेगी। तथा पंजाबी समुदाय के व्यक्ति को ही बना देगी अपना उम्मीदवार। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी संगठन में तमाम अन्य समाज के कार्यकर्ता अपनी बेरुखी पर अन्दरुनी रुप से नाराजगी जाहिर रहे हैं। ऐसे में भाजपा संगठन एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अन्य समाज को किस प्रकार संतुष्ट करेंगे, यह यक्ष प्रश्न है।