‘एआई हर किसी की ज़रूरत’: पारंपरिक नौकरियों का दौर समाप्ति की ओर, हल्द्वानी में जारी है विजएआई रोबोटिक्स का एआई जागरूकता अभियान

‘एआई हर किसी की ज़रूरत’: पारंपरिक नौकरियों का दौर समाप्ति की ओर, हल्द्वानी में जारी है विजएआई रोबोटिक्स का एआई जागरूकता अभियान
हल्द्वानी। तकनीक की तेज़ रफ्तार प्रगति के इस युग में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब केवल विशेषज्ञों तक सीमित नहीं रह गया है। इसी सोच के साथ, विजएआई रोबोटिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित एआई जागरूकता अभियान का नवीन चरण शुक्रवार और शनिवार को हल्द्वानी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पार्थसार्थी जोशी ने कहा:
“एआई अब केवल तकनीकी नवाचार नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव की दिशा में एक बड़ी क्रांति बन चुका है। पारंपरिक नौकरियाँ जैसे टाइपिस्ट, क्लर्क, कस्टमर सर्विस एजेंट अब धीरे-धीरे अप्रासंगिक होती जा रही हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि आज की कंपनियाँ अब डिग्री नहीं, कौशल को प्राथमिकता दे रही हैं।
“पहले M.Tech, B.Tech, या Ph.D जैसी योग्यताएँ नौकरियों के लिए ज़रूरी थीं, लेकिन अब कंपनियाँ प्रासंगिक स्किल्स को ज़्यादा महत्व देती हैं। यह बदलाव दर्शाता है कि भविष्य में केवल डिग्री नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान ही आपकी पहचान बनाएगा।”
श्री जोशी ने स्थानीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा:
“हमारे शहर में एआई को लेकर जागरूकता बेहद कम है। एआई हमारे जीवन और कार्यशैली को बदल रहा है, लेकिन हम अब भी इसके प्रभाव को महसूस नहीं कर पा रहे हैं।”
उन्होंने ज़ोर दिया कि एआई को केवल तकनीकी टूल न समझा जाए, बल्कि इसे सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नई लहर के रूप में देखा जाए।
“अब यह केवल चैटबॉट्स या सिफारिशी सिस्टम्स तक सीमित नहीं है, बल्कि मशीनें अब सोचने, योजना बनाने और निर्णय लेने में भी सक्षम हो चुकी हैं।”
इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. हेमचंद्र जोशी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा:
“यह युग स्किल्स का है। एआई की मूल अवधारणाओं को समझना अब छात्रों, शिक्षकों, व्यापारियों एवं नौकरीपेशा लोगों के लिए आवश्यक है। जो लोग तकनीक के साथ तालमेल बैठा पाएंगे, वही भविष्य में प्रासंगिक रहेंगे।”
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि एआई केवल एक उपकरण नहीं है, बल्कि एक ऐसी तकनीक है जो सोचने और निर्णय लेने की क्षमता रखती है। इसीलिए, इसका सही ज्ञान और समुचित उपयोग आज के प्रत्येक नागरिक के लिए आवश्यक हो गया है।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों में एआई को लेकर जबरदस्त उत्साह और जिज्ञासा देखी गई। कई छात्रों ने व्यक्तिगत रूप से आकर एआई टूल्स, उनके कार्यान्वयन तथा इससे जुड़ी करियर संभावनाओं को लेकर प्रश्न पूछे। आज का युवा जानना चाहता है कि कहाँ और कैसे मेहनत करें, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित और प्रासंगिक बना रहे।
अगला सत्र:
📅 दिनांक: 4 जुलाई 2025 (शुक्रवार)
🕔 समय: सायं 5 बजे
📍 स्थान: डॉ. भीमराव अंबेडकर पार्क, डमुवाडुंगा (पंचक्की के पास), हल्द्वानी
📞 रजिस्ट्रेशन हेतु संपर्क: 9682395400
अभियान का उद्देश्य:
“जानिए, सीखिए और नवाचार कीजिए। भविष्य को आकार दीजिए। आइए, उत्तराखंड को एआई का अग्रणी केंद्र बनाएं।”

