अधिवक्ता नैनवाल हत्याकांड: जिस जमीन के लिए भाई ने ली थी भाई जान, वह 18बीघा जमीन अब सरकार में निहित… लिया कब्ज़ा
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अधिवक्ता नैनवाल हत्याकांड: जिस जमीन के लिए भाई ने ली थी भाई जान, वह 18बीघा जमीन अब सरकार में निहित… लिया कब्ज़ा
हल्द्वानी (नैनीताल)- पिछले साल 7 अक्टूबर को मुखानी थाना क्षेत्र में रामलीला के दौरान जमीनी विवाद को लेकर एक भाई ने चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस आरोपी भाई और एक अन्य को जेल भेज चुकी है, लेकिन अब राजस्व विभाग की जांच में पता चला कि जिस जमीनी विवाद को लेकर मर्डर हुआ था, उस जमीन का अब कोई वारिस नहीं है। इसलिए अब उस जमीन को राज्य सरकार में निहित कर दिया गया है।
जिस जमीन के लिए अधिवक्ता उमेश नैनवाल की हत्या की गई, अब उस पर राज्य सरकार का बोर्ड लग गया है। 7 अक्टूबर 2024 को रामलीला मंचन देख रहे उमेश नैनवाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप उनके ही भाई दिनेश नैनवाल पर लगा, जो एसेट पब्लिक स्कूल के स्वामी हैं। मामले की जड़ में थी वह भूमि, जिसे दिनेश नैनवाल अपना बताकर कब्जा करना चाहता था, लेकिन उमेश नैनवाल ने इसका विरोध किया था।
आज, जिला प्रशासन ने इस विवादित भूमि को सरकार में निहित कर लिया है। यह भूमि ग्राम पूरनपुर नैनवाल, तहसील हल्द्वानी, जिला नैनीताल में स्थित है। जमीन का कुल रकबा 1.161 हेक्टेयर है, जिसे राजस्व वाद संख्या 22/387 के तहत सरकार में निहित किया गया है। जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 की धारा 189 के तहत, इस भूमि पर सभी हित समाप्त घोषित किए गए हैं। माल अभिलेखों में दर्ज मृतक खातेदार हेमचंद्र पुत्र कमलापति का नाम भी इस भूमि से खारिज कर दिया गया है।