जयहरीखाल महाविद्यालय में नशा मुक्त देवभूमि हेतु नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को ई -शपथ दिलाई

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*जयहरीखाल महाविद्यालय में नशा मुक्त देवभूमि हेतु नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को ई -शपथ दिलाई*

कोटद्वार(चन्द्रपाल सिंह चन्द)। भक्त दर्शन राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में एंटी ड्रग सेल इकाई द्वारा नव प्रवेषित छात्र छात्राओं हेतु तीन दिवसीय नशा मुक्त देवभूमि “जीवन को हां कहें और नशे को ना” अभियान कार्यक्रम के अंतिम दिन ई -शपथ का आयोजन किया गया।

गुरुवार को महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. एलआर राजवंशी द्वारा किया गया। उन्होंने छात्र छात्राओं को विषय की गम्भीरता को देखते हुए बताया कि नशे की दुष्प्रवृत्ति या नशीली दवाओं का दुरुपयोग दुनिया में मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। जिसमें धूम्रपान, नशीली दवाओं और शराब के अत्यधिक सेवन से भी लगभग हर साल साढे तीन लाख लोगों की मृत्यु हो जाती हैं।

प्राचार्य राजवंशी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम नशीली दवाओं के दुरुपयोग की गंभीरता को समझें और जितना संभव हो सके इससे दूर रहें। लेकिन हमारे देश में जागरूकता की कमी है। इसी वजह से यह जहर हमारे समाज और देश से हट नहीं रहा है। इसलिए आज हम नशे की दुष्प्रवृत्ति पर निबंध में नशे की दुष्प्रवृत्ति की परिभाषा, नशे की दुष्प्रवृत्ति और नशे की लत में अंतर, कारण, लक्षण, समाज और बच्चों पर प्रभाव एवं इससे कैसे बचा जा सकता पर चर्चा करेंगे।

कार्यक्रम में वाणिज्य, विज्ञान व कला संकाय के नोडल अधिकारियों द्वारा अपने अपने संकायों के नव प्रवेषित छात्र छात्राओं को नशा मुक्त देवभूमि कार्यक्रम में सकारात्मक भागीदारी कर अपने गांव, पड़ोस व परिजनों को भी इस अभियान से जोड़ने तथा वर्ष 2025 तक देवभूमि उत्तराखंड को नशा मुक्त करने की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय जयहरीखाल की एंटी ड्रग सेल के नोडल अधिकारी डॉ. वीके सैनी द्वारा क्या गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों सहित शिक्षणेत्तर अधिकारी व कर्मचारियों ने भी प्रतिभाग किया।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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