आम बजट 2025 पर एक नजर, डॉक्टर हरीश चंद्र जोशी प्रोफेसर अर्थशास्त्र
आम बजट 2025 पर एक नजर, डॉक्टर हरीश चंद्र जोशी प्रोफेसर अर्थशास्त्र
राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ नैनीताल। वेतन भोगी करदाताओं के लिए बजट आशा और उम्मीद से भरा हुआ है। कर स्लैब में सकारात्मक बदलाव उपभोग और निवेश को बढ़ाकर देश के अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। दालों में आत्मनिर्भरता का आगाज़ कृषकों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए संजीवनी बूटी की तरह कार्य करेगा। किसान क्रेडिट के माध्यम से कम ब्याज पर मिलने वाले ऋण की सीमा को तीन लाख से 5 लाख बढ़ाना किसाने की आत्मनिर्भरता को बढ़ाएगा।
छोटे उद्योगों के लिए ऋण सीमा को बढ़ाकर सरकार ने रोजगार के और कौशल विकास के अवसरों को बढ़ाया है इससे लघु उद्योगों को विशेष रूप से उन युवाओं को जो नया स्टार्टअप कर रहे हैं उनको बल मिलेगा।
*मेक फॉर इंडिया मेक फॉर वर्ल्ड* भारत में रोजगार और निवेश को बढ़ाने वाला सूत्र वाक्य सिद्ध होगा। कुल मिलाकर यह बजट आम जनता का है। और भारत को विकसित भारत की श्रेणी में लाने का एक प्रबल माध्यम है। इस बजट से रोजगार आए निवेश और बचत के अवसरों को बढ़ावा तो मिलेगा ही साथ में देश विकास पथ पर भी आगे बढ़ेगा ।
इस बजट में कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए ,किसानों के लिए ,मध्यम वर्गीय आयकर दाताओं का विशेष ध्यान देकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास किया गया है।