अद्भुत प्रतिभा: चित्रों की कला का अद्भुत संसार अनुराग की कूची में, लगी वृहद प्रदर्शनी


अद्भुत प्रतिभा: चित्रों की कला का अद्भुत संसार अनुराग की कूची में, लगी वृहद प्रदर्शनी
अनुराग की प्रतिभा का सम्मान
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल में एम.बी.बी.एस. प्रथम वर्ष के छात्र अनुराग उपाध्याय मेधावी होने के साथ-साथ बहु- प्रतिभा संपन्न भी हैं। बिगत दिनों उनके बनाए कई चित्र प्रदर्शित हुए।इसमें सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ.आर. पी. सारस्वत की शिक्षाप्रद बाल पद्य कथाएं *चतुर मेमना और मूर्ख* *भेड़िया* के समस्त चित्र अनुराग द्वारा बनाए गए। अनेक स्थानों पर उनकी पेंटिंग भी लगाई गई है।
अपने पिता डॉ. प्रदीप उपाध्याय की पांचवी पुस्तक *पहाड़ाक बाबू* का आवरण भी आपने बनाया है। वर्तमान में उनकी एक बाल कॉमिक रचना *मिट्टी और पत्थर* प्रशासनाधीन है। डॉक्टरी अध्ययन के साथ-साथ साहित्य,संगीत, चित्रकला और अभिनय सहित अनेक विधाओं में अनुराग विशेष स्थान रखते हैं। अनेक मित्रों और समितियों ने उनके इस सम्मान पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है।



