1342 फड़-फेरी, दुकान, किरायेदारों को किया चैक, 352 का किया सत्यापन


SSP NAINITAL प्रहलाद नारायण मीणा का अपराधों में अंकुश लगाने हेतु सख्त कदम, चलाया “ऑपरेशन सेनेटाइज” अभियान
1342 फड़-फेरी, दुकान, किरायेदारों को किया चैक, 352 का किया सत्यापन
किरायेदारों का सत्यापन न कराने पर 31 मकान मालिकों, ठेकेदारों पर 10-10 हज़ार का जुर्माना तथा कुल 354 लोगों का किया चालान, साढ़े तीन लाख से अधिक का जुर्माना
एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के कड़े निर्देश में जनपद नैनीताल में अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए लगातार “ऑपरेशन सेनेटाइज” सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में दिनांक 21 अप्रैल 2025 को जनपद नैनीताल के सभी थाना चौकी क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे में “ऑपरेशन सेनेटाइज” अभियान चलाकर बाहरी व्यक्तियों, फड़-फेरी वालों, मजदूरों, ठेलेवालों, किराएदारों, और संदिग्ध तत्वों का शत-प्रतिशत सत्यापन किया गया।
एसएसपी के निर्देश पर सभी क्षेत्राधिकारियों द्वारा पुलिस टीमों का गठन कर विभिन्न क्षेत्रों में जाकर *सत्यापन कार्यवाही को अंजाम दिया।
अभियान में क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी श्री नितिन लोहनी, क्षेत्राधिकारी भवाली श्री प्रमोद साह, क्षेत्राधिकारी रामनगर श्री सुमित पांडे, थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी अपने-अपने पुलिस बल के साथ* सक्रिय रूप से शामिल हुए। इस अभियान का उद्देश्य बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन करना और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है।
*पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही-
👉 *कुल घर, दुकान, फड़ फेरी, संदिग्ध को चैक किये- 1342
👉 *पहचान एप के माध्यम से कुल सत्यापन- 76
👉 *मैन्युअल कुल सत्यापन- 276
👉 *बिना सत्यापन किरायेदार, मजदूर आदि रखने पर 83 पुलिस एक्ट में कुल चालान- 31
👉 *कोर्ट चालान- 23 जुर्माना 2,30,000 रुपये
👉 *81 पुलिस एक्ट के अंतर्गत चालान/ जुर्माना- 161
👉 *किराएदार, मकानमालिक, फड़ फेरी कुल चालान- 140
👉 कुल जुर्माना- 3,92,550 रुपये
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा का संदेश-
*”हमारा उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण* प्रदान करना है। यह अभियान समाज में सुरक्षा की भावना को मजबूत करेगा और अपराधों में कमी लाएगा। हमारी पुलिस टीम लगातार ऐसे कदम उठा रही है जिससे क्षेत्र में कोई भी अवांछनीय तत्व न हो।”
साथ ही, पुलिस टीमों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत *प्रभावी रूप से सायंकालीन गश्त भी की गई।* इस गश्त के दौरान मुख्य मार्गों, संवेदनशील क्षेत्रों तथा भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सतर्कता बरती गई, जिससे क्षेत्र में अपराध नियंत्रण और नागरिकों में सुरक्षा की भावना सुनिश्चित हो सके।



