बिंदुखत्ता में राजस्व गांव की अधिसूचना पर देरी, विधानसभा में प्रश्न उठाने और जनजागरूकता तेज करने का फैसला

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 बिंदुखत्ता में राजस्व गांव की अधिसूचना पर देरी, विधानसभा में प्रश्न उठाने और जनजागरूकता तेज करने का फैसला

लालकुआं। वन अधिकार समिति बिंदुखत्ता की काररोड में आयोजित मासिक बैठक में सचिवालय में सात महीने से लंबित राजस्व गांव की अधिसूचना पर कार्रवाई न होने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे को विधानसभा में प्रश्न के रूप में उठाने, नुक्कड़ बैठकों द्वारा जनजागरूकता फैलाने, राष्ट्रीय स्तर पर वन अधिकार पर आधारित बैठक करने और प्रतिपक्ष के नेता से मिलने जैसे कई उपाय अपनाने पर सहमति बनी।

बैठक में पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों ने भी अपनी सहमति दी। समिति के सदस्यों ने सवाल उठाया कि जब बिंदुखत्ता की पत्रावली वन अधिकार अधिनियम के तहत सभी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए शासन में भेजी गई है, तो उसकी अधिसूचना क्यों नहीं जारी हो रही, जबकि हरिद्वार और रामनगर की पत्रावलियों की अधिसूचना मात्र तीन माह में जारी कर दी गई थी।

श्याम सिंह रावत ने कहा कि इस मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से मिलकर विधानसभा में प्रश्न उठवाया जाए। कैलाश जोशी ने सुझाव दिया कि इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के लिए विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट से अनुरोध किया जाएगा।

समिति सचिव भुवन भट्ट ने वन अधिकार अधिनियम (FRA) के अंतर्गत राजस्व ग्राम के संयुक्त दावे के बाद भूमि पर मालिकाना अधिकार हेतु व्यक्तिगत दावों की प्रक्रिया प्रारंभ करने का सुझाव दिया, जिससे लोगों को भूमि पर अधिकार पत्र मिल सके।

उमेश भट्ट और बसंत पांडेय ने सचिवालय में राजस्व सचिवों के साथ हुई बातचीत का विवरण साझा किया, जिसमें पत्रावली की स्थिति और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।

बैठक में यह भी तय किया गया कि FRA पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व विधायक, सांसद और FRA पर कार्य कर रहे अन्य प्रदेशों के समाजसेवियों को आमंत्रित किया जाएगा।

बैठक में चंचल सिंह कोरंगा, भुवन भट्ट, बसंत पांडे, श्याम सिंह, उमेश भट्ट, नंदन बोरा, गोविंद बोरा,हीरा सिंह, रमेश गोस्वामी , पूरन बोरा, कमल जोशी, कमल पांडेय, गणेश कांडपाल, बल्लू बिष्ट, रणजीत गाड़िया, कैलाश जोशी, पुनीत भाकुनी, जीवन जोशी, दीपक नेगी, महेश फुलारा, पवन बिष्ट, हरीश भट्ट, त्रिलोक दानू, किशन गिरी, केशर गड़िया, जगत सिंह, पुष्कर सिंह, राम सिंह सहित दर्जनों पूर्व सैनिक और ग्रामवासी उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता चंचल सिंह कोरंगा ने की, जबकि संचालन सचिव भुवन भट्ट ने किया। इस दौरान वन अधिकार समिति बागजाला के अध्यक्ष कुंदन सिंह भी मौजूद रहे।

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दया जोशी (संपादक)

श्री केदार दर्शन

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